कोरोना के बढ़ते मामलों का असर इस बार के नए साल के जश्न पर देखने को मिलेगा। भारत में मामले भले ही अभी ज़्यादा नहीं बढे हैं लेकिन लोग एहतियात बरतना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने नए साल का जश्न घरों में माने का मन बनाया है, यह बात एक सर्वे रिपोर्ट में सामने आयी है. रिपोर्ट के मुताबिक घर से बाहर जाकर नए साल का जश्न मनाने वालों की सख्या बहुत कम है.
कई देशों में आफत मचाये है कोरोना
दरअसल लोगों में यह रुझान कोरोना को लेकर आया है जो चीन समेत दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचाये हुए है, भारत में ओमीक्रॉन के नए सब वैरिएंट के कई केस सामने आ चुके हैं जिसको लेकर पूरे देश में लोगों को अलर्ट कर दिया गया. इस सर्वे के मुताबिक 10 में से आठ लोग 31 दिसंबर की रात को घर पर ही रहना चाहते हैं. सिर्फ 4 प्रतिशत नागरिक ही नए साल की पार्टियों में जाने को तैयार बताये जाते हैं.
बुज़ुर्गों को विशेष हिदायत
लोकल सर्कल्स के सर्वे मुताबिक 12 फीसदी लोगों ने नए साल का जश्न दोस्तों के साथ मनाने का फैसला किया है. बड़े शहरों में जश्न मनाने वालों और आयोजकों को उपयुक्त मानदंडों का पालन करने के लिए निर्देशित किया गया है. कई राज्यों ने बड़ी सभाओं पर पाबन्दी लगाने के साथ ही रात के आयोजनों से बचने की सलाह दी है. वहीँ 60+ लोगों को विशेष रूप से नए साल के आयोजनों में जाने के लिए मन किया गया है.
सीमित हुई मेहमानों की क्षमता
नए साल का जश्न फीका रहेगा, यह तय है क्योंकि होटल, पब, रेस्तरां, क्लब और रिसॉर्ट में इस तरह के आयोजनों में मेहमानों की क्षमता को सीमित कर दिया गया है। कोरोना के नए मामलों की बात करें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों में भारत में 243 नए मामले सामने आए हैं.