आम आदमी पार्टी ने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राजनीति में अरविन्द केजरीवाल को स्थापित करने वाले गुरु अन्ना हजारे की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि वे अन्ना हज़ारे की इस तरह की टिप्पणियों से दुखी हैं। बता दें कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद अन्ना हज़ारे ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था कि ये उनके कर्मों का फल है. अन्ना ने और भी बहुत कुछ केजरीवाल के बारे में कहा जिसपर आप नेता दिलीप पांडे ने कहा कि अन्ना हज़ारे कभी भी सत्तारूढ़ दल भाजपा के खिलाफ आवाज नहीं उठाई।
आप नेता कहा कि हम सभी अन्ना हज़ारे का सम्मान करते हैं लेकिन हमें कभी-कभी पीड़ा भी होती है जब हिमंत बिस्वा सरमा जैसे लोग जिनके खिलाफ भाजपा ने अतीत में भ्रष्टाचार का अभियान चलाया था, भाजपा में शामिल होकर मुख्यमंत्री बन जाते हैं और कोई भी आवाज नहीं उठाता है। हज़ारों करोड़ का घोटाला करने वाले अजित पवार जब भाजपा के साथ चले जाते हैं तब ये महोदय कुछ नहीं बोलते हैं। अन्ना का ये व्यवहार दर्दनाक और दुखद है.
केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद अन्ना हज़ारे ने एक इंटरव्यू में कहा कि सभी जानते हैं कि शराब बहुत बुरी चीज़ होती है, उन्होंने केजरीवाल से आबकारी नीति मामले में दूर रहने की सलाह दी थी, हालाँकि ये सभी जानते हैं कि अन्ना हज़ारे और केजरीवाल बरसों से एक दुसरे से दूर हो चुके हैं ऐसे में उन्होंने केजरीवाल को सलाह दी, ये बात किसी के गले नहीं उतरती। अन्ना ने केजरीवाल की गिरफ़्तारी को सही ठहराते हुए कहा कि अगर उसने कुछ किया नहीं होता तो ED उसे गिरफ्तार क्यों करती। अन्ना की मासूमियत पर कौन फ़िदा न हो जाए, सभी जानते हैं कि ED की गिरफ्तारियां किस तरह होती हैं.