गुजरात:- गुजरात विधानसभा चुनाव के दंगल में कूदने के लिए पक्ष और विपक्ष ने अपनी अपनी कमर कस ली है। यहां चुनावी रणभूमि में मुख्य रूप से कांग्रेस और भाजपा आपस मे भिड़ेंगे। हालांकि पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस यहां जीत का परचम लहराने के लिए अपनी एंडी चोटी का जोर लगाए हुए हैं वही अगर हम भाजपा की बात करे तो यह अपने विश्वास के चलते अपनी जीत के ख्वाब सजा रही है। लेकिन पिछली बार से सत्ता पर अपना राज बनाए हुए भाजपा को इस बार गुजरात मे कड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है और जनता को लुभाने के लिए कोई नया पैतरा अपनाना पड़ेगा।
क्या है गुजरात मे भाजपा का हाल आखिर कौन सा नागफांस छोड़ कांग्रेस करेगी इसपर प्रहार
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अगर हम गुजर में भाजपा के हाल की बात करे तो यह वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ क्षेत्र के नाम से विख्यात है और भाजपा को ऐसी अनुभूति होती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे। जो गुजरात चुनाव में उनकी जीत में अहम भूमिका निभाएंगे। वही अगर हम सत्ताधारी भाजपा को लेकर जनता के दृष्टिकोण को समझे तो जनता भाजपा की नीतियों के कुछ खास संतुष्ट नहीं रही है।
देश मे बढ़ती महंगाई और भ्र्ष्टाचार ने भाजपा की छवि कहीं न कहीं धूमिल की है। आज महंगाई से आम जनता ताहिमाम कर रही है रोजगार के सुचारु संसाधन उपलब्ध नहीं है। जनता महंगाई के बोझ तले दबी हुई है। जगह जगह पर विवादित बयान के चलते शन्ति और सद्भावना प्रभावित हो रही है। लोग लगातार मोदी सरकार को ताने दे रहे हैं। लोगों को लग रहा है महंगाई में लगी आग का अमुख कारण भाजपा सरकार है। जिसके बाद इस बार भाजपा को गुजरात मे अपनी विजय का परचम लहराने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी और जनता को लुभाने के लिए कोई नया पैतरा खोजना पड़ेगा।
अगर हम बात गुजरात मे हुए 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करे तो इस चुनाव में भाजपा ने 99 सींटो पर जीत हासिल की वही कांग्रेस ने भाजपा को कांटे की टक्कर देते हुए 77 सींटें जीती। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को मात देने के लिए हर सम्भव प्रयास किया था लेकिन कांग्रेस को सरकार बनाने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ। लेकिन इस बार कांग्रेस की डूबी नैया के बीच भी गुजरात मे कांग्रेस की अच्छी धमक बनी हुई है और यह यहां भाजपा को करारी टक्कर देगी। हालांकि अभी प्रशांत किशोर ने गुजरात विजय के लिए कांग्रेस का दामन थामने से इनकार कर दिया है । जिसके बाद अब कांग्रेस भाजपा को कैसे मात देगी यह देखना दिलचस्प रहेगा और आखिर कौन कांग्रेस के लिए तुरुप का इक्का बन भाजपा को टक्कर देने के लिए मैदान में खड़ा होगा।