गुजरात विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर भाजपा की स्क्रीनिंग कमिटी की चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से मीटिंगें ख़त्म हो चुकी हैं. अब इन लोगों में से भाजपा को 182 सीटों के लिए उम्मीदवार छांटना है. जानकारी के अनुसार हर सीट के लिए लगभग सौ लोगों ने दावेदारी की है, यानी एक अनार और सौ बीमार वाली बात. लगभग एक हज़ार लोगों में 182 लोगों को फाइनल करना भाजपा के लिए बड़ी टेढ़ी खीर साबित होगा। प्रत्याशियों के एलान के बाद बगावत के झंडे भी बुलंद हो सकते हैं. भाजपा के इन बागियों का आम आदमी पार्टी स्वागत करने के लिए बैठी है, वैसे भी AAP कई बार भाजपाइयों को पार्टी में आने का ऑफर दे चुकी है.
बता दें कि भाजपा की पर्यवेक्षकों की तीन सदस्यीय टीम ने पिछले तीन दिनों तक टिकट के दावेदारों से मुलाकात की. दावेदारों से मुलाकत के लिए कुल 38 टीमें बनाई गयी थी, इन टीमों में मौजूदा और पूर्व मंत्री, सांसद और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल थे.अब पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट पार्टी की प्रदेश इकाई को सौंपेंगे, इसके बाद प्रदेश भाजपा संसदीय बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद संभावित उम्मीदवारों की सूची दिल्ली केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजी जाएगी जहाँ अंतिम फैसला लिया जायेगा.
बता दें कि प्रत्याशियों के चयन की जहाँ बात है तो उसमें आम आदमी पार्टी सबसे आगे है उसने थोड़े थोड़े करके अबतक 70 के करीब उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहीँ कांग्रेस पार्टी और सत्तधारी भाजपा अभी उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया से गुज़र रही है, हालाँकि कांग्रेस ने भी कुछ प्रत्याशियों का एलान किया है.गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने अभी गुजरात विधानसभा की चुनावी तारीखों का एलान नहीं किया है लेकिन मीडिया की ख़बरों के मुताबिक 1 नवंबर को तारीखों का एलान हो सकता है.