गुजरात विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा बागियों को लेकर बहुत परेशान है, इन बागियों ने खुलेआम पार्टी को चैलेन्ज किया है और किसी भी बड़े नेता की बातों को भी नहीं सुन रहे हैं, यहां तक कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भी नहीं। पार्टी ने अब 12 और बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है. यह सभी पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय के रूप में चैलेन्ज दे रहे हैं. पार्टी से निकाले गए इन 12 लोगों में छह बार के विधायक मधु श्रीवास्तव और दो पूर्व विधायक भी शामिल हैं. यह कार्रवाई एक दिसंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान से पहले की गयी है.
पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना मजबूरी बन गयी थी
बता दें कि बीजेपी प्रदेश इकाई द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में इस कार्रवाई की जानकारी दी गयी है, विज्ञप्ति में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के पांच दिसंबर के दूसरे चरण की सीटों पर पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 12 और नेताओं को गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सी.आर पाटिल द्वारा ससपेंड कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण में नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 21 नवंबर थी. जब किसी भी बागी ने अपना नाम वापस नहीं लिया, तो पार्टी की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई करना मजबूरी हो गयी थी.
आधिकारिक उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ाएंगे बागी
इन बागी नेताओं में वाघोडिया के वर्तमान विधायक मधु श्रीवास्तव शामिल , पाडरा के पूर्व विधायक दीनू पटेल और बायड के पूर्व विधायक धवल सिंह जाला भी शामिल हैं. ये दण्डित नेता अब उत्तर और मध्य गुजरात की 11 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ मुश्किल कड़ी करेंगे. दण्डित किये अन्य नेताओं में कुलदीप सिंह राउल (सावली), एस.एम खांट (लूनावाडा), खाटूभाई पागी (शेहरा), जेपी पटेल (लूनावाड़ा), अमरशी जाला (खंभात), रमेश जाला (उमरेठ), राम सिंह ठाकोर (खेरालू), लेबजी ठाकोर (डीसा निर्वाचन क्षेत्र) और मावजी देसाई (धनेरा) शामिल हैं.