बसपा नेता गुड्डू जमाली जो आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की हार की वजह बने थे आज साइकिल पर सवार हो गए हैं. लखनऊ में समाजवादी पार्टी के ऑफिस में सपा मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में गुड्डू जमाली ने अपने समर्थकों के साथ सपा की सदस्य्ता ग्रहण की और मरते दम तक सपा के साथ रहने का वादा किया, इसे गुड्डू जमाली की घर वापसी बताया जा रहा है। अखिलेश यादव ने भी गुड्डू जमाली का सम्मान करते हुए कहा कि वो आये नहीं हैं, हमने उन्हें बुलाया है.
गुड्डू जमाली का सपा में शामिल होना बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए एक झटका है. 2022 में हुए आज़मगढ़ के लोकसभा चुनाव में भाजपा के भोजपुरी स्टार निरहुआ को जीत मिली थी, सपा के धर्मेंद्र यादव सपा के गढ़ में हार गए थे, सपा की हार के लिए उस वक्त गुड्डू जमाली को ज़िम्मेदार बताया जा रहा था क्योंकि गुड्डू जमाली ने दो लाख 66 हज़ार वोट हासिल किये थे, समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव को गुड्डू जमाली से सिर्फ 38 हज़ार वोट ज़्यादा मिले थे. इन दोनों की लड़ाई का फायदा भाजपा को मिल गया था. कहा जा रहा है कि गुड्डू जमाली के सपा में आने से अखिलेश को अपने गढ़ में एकबार फिर बढ़त हासिल हो सकती है.
गुड्डू जमाली 2012 और 2017 में मुबारकपुर सीट से विधायक रह चुके हैं। पसमांदा मुस्लिम समाज के गुड्डू जमाली को बसपा ने 2022 के उपचुनाव में आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया था। आजमगढ़ से 2019 में अखिलेश यादव सांसद चुने गए लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने सांसदी से इस्तीफा दे दिया था और धर्मेंद्र यादव को चुनाव लड़ाया था. भाजपा के दिनेश यादव निरहुआ 3 लाख 12 हजार 768 वोट हासिल कर कामयाब हुए थे, धर्मेंद्र यादव को 3,004,89 और गुड्डू जमाली को 2, 66, 210 वोट मिले थे।