2022 के सीजन में हार्दिक पांड्या ने बतौर कप्तान पहले ही प्रयास में जिस तरह गुजरात टाइटंस को चैंपियन बना दिया, उससे लगा कि वो गुजरात के धोनी बनेंगे, हार्दिक ने कुछ इसी तरह का बयान भी दिया था कि वो GT को धोनी की CSK बनाना चाहते है, साथ ही कहा था कि वो धोनी जैसी भूमिका भी निभाना चाहते हैं यानि कि फिनिशर की. इसके बाद की क्रिकेट उनकी लगभग उसी तरह की रही है. लेकिन इस आईपीएल में वो जिस तरह गुजरात टाइटंस को छोड़कर मुंबई इंडियंस पहुंचे और MI ने रोहित को हटाकर उन्हें कप्तान बना दिया उससे GT और MI दोनों के फैंस नाराज़ हो गए. दोनों ने ही इसे एक तरह से धोखेबाज़ी माना, खासकर GT की टीम ने और शायद इसीलिए कल रात मिली जीत को GT ने कुछ अलग ही अंदाज़ में सेलिब्रेट किया। GT के लिए ये मैच, मैच से बढ़कर था, आप इसे बदला भी कह सकते हैं।
गुजरात की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 6 विकेट के नुक्सान पर 168 रन बनाये। हालाँकि किसी ने कोई बड़ी पारी नहीं खेली लेकिन थोड़ा थोड़ा सहयोग कई बल्लेबाज़ों की तरफ से आया. सबसे बड़ा सहयोग साई सुरदर्शन के बल्ले से आया जिससे 45 रनों की पारी निकली, GT के नए कप्तान शुभमन गिल ने 31 और अंत में राहुल तेवतिया ने 22 रनों की पारी खेलकर गुजरात को एक लड़ने वाला स्कोर दिया। मुंबई के लिए सदाबहार जसप्रीत बुमराह ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए और रन भी चार ओवरों में 14 ही दिए, Gerald Coetzee ने दो और वेटेरन पियूष चावला को एक मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम की शुरुआत ही बेहद खराब हुई , ईशान किशन खाता खोले बिना ही आउट गए लेकिन पूर्व कप्तान रोहित शर्मा शानदार फॉर्म में दिखे और 29 गेंदों में 43 रनों की धुंआधार पारी खेली जिसमें सात चौके और एक छक्का शामिल था. नमनधीर (20), डेवल्ड ब्रेविस (46) और तिलक वर्मा (25) के आउट होने से पहले मैच पूरी तरह MI की पकड़ में था लेकिन यहाँ पर नए कप्तान हार्दिक ने आने के बजाय टिम डेविड को राशिद खान के सामने भेज दिया, नतीजा ये हुआ कि राशिद ने पूरा ओवर बढ़िया से निकाल दिया। हार्दिक को शायद ओवर कॉन्फिडेंस का खामियाज़ा भुगतना पड़ा, धोनी बनने के चक्कर में वो टीम की लुटिया डुबो बैठे। MI को ये मैच 6 रनों से गंवाना पड़ा।