अमित बिश्नोई
फ़ीफ़ा विश्व कप टीम के कोचों के लिए अक्सर एक बुरा ख्वाब बन जाता है, उम्मीदों पर खरी न उतरने वाली टीमों के कोचों को अपनी टीमें छोड़नी पड़ती हैं, कुछ कोच नैतिकतावश खुद इस्तीफ़ा देकर नाम कमा लेते हैं तो कुछ को सजा के तौर पर टीम से निकाला जाता है. पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सैंटोस ऐसे ही कोच है जिन्हें सजा के तौर पर पुर्तगाल की टीम से निकाल दिया गया है, पुर्तगाली फुटबॉल महासंघ (FPF) ने सांतोस के बीच अनुबंध को समाप्त कर दिया गया है और 2014 से चला आ रहा यह रिश्ता अब टूट चूका है.
सांतोस को दोस्त बताते थे रोनाल्डो
दरअसल रिश्ता टूटने की वजह सांतोस की पुर्तगाल के सुपर स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो से अनबन बना. सांतोस ने जिन्हें रोनाल्डो हमेशा अपना दोस्त बताते रहे हैं क़तर में प्री क्वार्टर और क्वार्टर फाइनल मैचों रोनाल्डो के साथ जो किया उससे पूरा फुटबॉल जगत हैरान हो गया. सांतोस ने प्री क्वार्टर में स्विट्ज़रलैंड के खिलाफ रोनाल्डो को मैच में नहीं उतारा, वो पूरा समय बेंच पर ही बैठे रहे. उसी समय इस बात की पुष्टि हो गयी थी कि टीम के अंदर काफी गड़बड़ है. संयोग से पुर्तगाल को बड़ी जीत भी मिल गयी, तब इसे सांतोस की रणनीति बताया गया हालाँकि बाहर यह खबर फ़ैल चुकी थी कि यह कोई डिसिप्लिनरी एक्शन है. लेकिन जब क्वार्टर फाइनल जैसे अहम् मैच में रोनाल्डो को कप्तान होने के बावजूद एकबार फिर बेंच पर बिठाया गया तब यह बात पक्की हो चुकी थी कि सांतोस रोनाल्डो के दोस्त तो नहीं रहे. हालाँकि बाद में हाफ टाइम के बाद रोनाल्डो को एक स्थानापन्न खिलाडी के रूप में उतारा गया.
रोनाल्डो को बेंच पर बिठाना रणनीति नहीं कुछ और था
रोनाल्डो जैसे खिलाडी का यह एक तरह से अपमान था, बहरहाल पुर्तगाल मोरक्को से मैच हार गया और रोनाल्डो को रोते मैदान के बाहर जाता देखा गया. तभी से इस बात की पूरी उम्मीद लगाई जा रही थी कि सांतोस के खिलाफ एक्शन होगा क्योंकि यह साबित हो चूका था कि रोनाल्डो को बेंच पर बिठाना सांतोस की रणनीति नहीं कुछ और ही था. सांतोस की इस हरकत पर रोनाल्डो के फैंस जो शायद इस समय दुनिया में सबसे ज़्यादा है भड़क उठे और फिर पुर्तगाली फुटबॉल महासंघ को सांतोस को हटाने का फैसला लेना पड़ा. हालाँकि एक कोच के रूप में सांतोस का रिकॉर्ड काफी अच्छा है, उनके ही कार्यकाल में पुर्तगाल ने UEFA लीग और यूरो कप में खिताबी जीत हासिल की लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए 2018-19 और 2016 की जीतों में रोनाल्डो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वैसे भी किसी कोच ने जब जब किसी स्टार खिलाडी से पन्गा लिया है उसे भुगतना पड़ा है.