लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर तिलमिला उठे कि संसद में हाथ मिलाते समय उन्होंने पीएम मोदी के सामने सिर झुकाया। राहुल गाँधी ने कहा कि जब मोदी जी आपसे हाथ मिलाने गए और मैं आपसे हाथ मिलाने गया, तो मैंने कुछ नोटिस किया। जब मैं आपके पास आया, तो आप सीधे खड़े हो गए और मुझसे हाथ मिलाया और जब मोदी जी ने आपसे हाथ मिलाया, तो आप झुक गए.
राहुल गाँधी की इस टिप्पणी पर सत्ता पक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया, स्पीकर ओम बिरला ने इस पर तीखा जवाब देते हुए कहा कि पीएम मोदी सदन के नेता हैं और उन्हें अपने से वरिष्ठ लोगों का सम्मान करना उनकी संस्कृति ने सिखाया है।
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि उनकी संस्कृति उन्हें अपने वरिष्ठों या बड़ों के सामने झुकने और सम्मान देने के लिए कहती है। इस पर राहुल ने जवाब दिया कि आपने जो कहा, मैं उसका सम्मान करता हूं। लेकिन मेरा मानना है कि सदन के अध्यक्ष से बड़ा कोई नहीं है। मेरा मानना है कि आप सदन के नेता हैं और आपको किसी के सामने झुकने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि 26 जून को प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ कुर्सी पर बैठे। बिरला को दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों ने ओम बिरला को इस पद पर चुने जाने पर बधाई दी और उनसे हाथ मिलाया। निचले सदन में अध्यक्ष के चुनाव के बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ भी मिलाया।