मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आज टीम इंडिया ने के एल राहुल की वापसी पारी की बदौलत पहले ODI में जीत हासिल की. मैच से पहले जिन दो खिलाडियों से सबसे ज़्यादा उम्मीदें लगाई जा रही थी उनमें के एल राहुल ने तो अपनी वापसी कर ली मगर टी 20 क्रिकेट के नंबर एक बल्लेबाज़ सूर्य कुमार यादव ODI में एकबार फिर नाकाम रहे. नाकाम ही नहीं रहे बल्कि पहला शून्य वो भी सुनहरा वाला हसिल किया यानि पहली गेंद पर ही आउट हो गए. टी 20 के तीस मार खां SKY के लिए कहा जाता है कि स्काई इज़ द लिमिट मगर यह बात सिर्फ टी 20 में ही लागू होती है. सूर्या के लिए ODI में यह लिमिट नहीं होती बल्कि उड़ान ही नहीं होती तो लिमिट की क्या बात करें।
फैंस फिर हुए मायूस
सूर्य ने आज आज ODI में एकबार फिर टीम से ज़्यादा अपने फैंस को बड़ा मायूस किया जो चाहते हैं कि उनका मिस्टर 360 डिग्री इस फॉर्मेट में भी चमके। टीम मौके भी दे रही है और संयोग भी ऐसे बन रहे हैं कि उन्हें मौके मिल रहे हैं लेकिन बड़ी बात यह है कि उन मौकों को सूर्य कुमार भुना नहीं पा रहे हैं. आप जब सूर्य कुमार के टी 20 और और ODI के आंकड़ों की तुलना करेंगे तो आपको ज़मीन आसमान का अंतर दिखाई पड़ेगा. टी 20 में 46.53 का औसत से रन बनाने वाला बल्लेबाज़ ODI में सिर्फ 27.06 का औसत निकाल पाता है. हम अगर पिछली दस ODI पारियों की बात करें तो यह आंकड़ा और भी भयावह लगने लगता है. सूर्य कुमार यादव ने पिछली 10 ODI पारियों में सिर्फ 123 रन बने हैं और औसत है 13.66 का , जिसमें सबसे बड़ी पारी 34 रनों की है.
किसी और नाम पर गौर क्यों नहीं?
सूर्यकुमार को 21 ODI में आज़माया जा चूका है और नतीजा ढाक के पात जैसा ही है. SKY ने एक टेस्ट भी खेला है और स्कोर 8 रन का है, तो कहने का मतलब लॉन्गर रन के फॉर्मेट में सूर्या को जितने भी मौके अबतक मिले हैं वो नाकाम ही रहे हैं. ऐसे में क्या सेलेक्टर्स को किसी और नाम पर गौर नहीं करना चाहिए। श्रेयस अय्यर की चोट जिस तरह बार बार उबर रही है उसमें यकीन से नहीं कहा जा सकता कि भारत में होने वाले विश्व कप में भी पूरी तरह फिट अय्यर उपलब्ध होंगे। बाई चांस अगर श्रेयस फिट नहीं हुए तो सूर्य के साथ जाना टीम की मजबूरी होगी। ऐसे में क्या ये सही नहीं होगा कि किसी और को भी आज़माया जाय. रजत पाटीदार लगातार टीम के साथ चल रहे हैं, राहुल त्रिपाठी भी हैं , डोमेस्टिक में और भी कई बल्लेबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इन बल्लेबाज़ों को टेस्ट करने में कोई बुराई नहीं है. किसी नए बल्लेबाज़ को टेस्ट करने के लिए घरेलू सीरीज़ से अच्छी कोई जगह नहीं होती। सूर्य कुमार अच्छे बल्लेबाज़ हैं मगर टी 20 के लिए, ODI में पारी को बनाने वाला बल्लेबाज़ चाहिए जिसकी झलक आज के एल राहुल ने दिखाई।