भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला थमता नज़र नहीं आ रहा है. पहलवानों के मोर्चा खोलने और जंतर मंतर पर तीन दिनों तक विरोध प्रदर्शन के बाद खेल मंत्रालय ने एक सात सदस्यीय कमिटी बनाकर चार हफ़्तों में जांच किये जाने की बात कही थी, इसके अलावा WFI के कामकाज के लिए एक निगरानी कमेटी बनाने की बात कही थी, अब पहलवानों ने इस कमेटी पर सवाल उठा दिए हैं, उनका कहना है कि वादे के बावजूद खेल मंत्रालय ने कमिटी गठन से पहले उनसे कोई राय नहीं ली. पहलवानों का कहना है कि इस कमिटी को भंग कर दूसरी कमिटी का गठन किया जाय.
बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट ने किया ट्वीट
इस मामले में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले पहलवानों बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने ट्वीट कर कहा कि हमसे कहा गया था कि Oversight Committee के गठन से पहले हमसे परामर्श किया जाएगा लेकिन दुख की बात है कि कमेटी के गठन से पहले उनसे राय तक नहीं ली गई. विनेश फोगाट ने कहा कि इस निगरानी समिति को भंग कर सरकार एक नई समिति का गठन करे. इसके साथ ही नई समिति में हमारी पसंद के सदस्यों को शामिल किया जाए. विनेश फोगाट ने कहा कि यह महिलाओं का मामला है, उम्मीद है कि मंत्रालय बात सुनेगा.
राहुल गाँधी ने किया था दावा
इससे पहले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने खेल संघों को राजनीति से अलग रखने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि कमेटी के गठन में भी इस बात का विशेष तौर पर ख्याल रखा गया है और समितियों में सिर्फ खिलाड़ियों को ही पद दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ओलिंपिक मेडल विजेता मैरी कॉम को समिति का समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. कमेटी में योगेश्वर दत्त, तृप्ती मुरगुंडे, राधिका श्रीमन और राजेश राजगोपालन शामिल हैं.