हरियाणा। हरियाणा में किसानों ने हंगामा मचा दिया है। करनाल में किसान और लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के बीच बातचीत सफल न रहने के बाद हजारों किसान यहां के सचिवालय का घेराव करने निकल पड़े। अनाज मंडी से आंदोलित किसान सचिवालय की ओर बढ़ रहे हैं, पुलिस बल ने किसानों को रोकने की असफल कोशिश की। किसान आगे बढऩे पर अड़े हैं। इस बीच पुलिस ने राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव सहित कई किसान नेताओं को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। बाद में उन्हें छोड़ भी दिया गया। किसानों का रवैया देखकर हरियाणा के पांच जनपदों में मोबाइल, इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई हैं। होम सेक्रेटरी डॉ. बलकार सिंह के मुताबिक, कानून-व्यवस्था सुरक्षित रखने के लिए करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत और जींद में मंगलवार रात 11:59 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सर्विस ठप रखी जानी है।
आदोलित किसानों को पुलिस बल हिरासत में लेने के बाद बसों भर रही है और बॉछर पार करा कर छोड़ रही है। ऐसे में किसान बसों में बैठने के बजाय सड़क पर ही बैठ गए। इन्हीं लोगों में कुछ ने फ्लाईओवर पर से आते-जाते वाहनों को रोक दिया जिससे हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई थी।
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पुलिस के आला अधिकारियों के मुातबिक, कानून-व्यवस्था बनाये रखने को लेकर पुलिस सतर्क है। धारा-144 लागू है। यहां तक कि, किसानों को मिनी सचिवालय तक पहुंचने से रोकने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स सहित सुरक्षाबलों की चालीस कंपनियां यहां मौजूद हैं। मिनी सेक्रेट्रियेट सहित 18 जगहों पर रोक लगायी गयी हैं। जीटी रोड और सिटी से मिनी सक्रकेट्रियेट तक के रास्तों को रोका गया है। आंदासेलित किसानों को हिरासत में लेने के लिए नमस्ते चौक पर लोकल पुलिस-प्रशासन ने चालीस रोडवेज बसें बुला रखीं हैं। इधर किसान भी अपनी अरेस्टिंग देने को तैयार हैं। काफी संख्या में ऐसे किसान भी हैं जो नमस्ते चौक से आगे बढ़ चुके हैं।
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गौर हो कि, सोमवार दोपहर भाकिय के नेतृत्वकर्ताओं और करनाल के अफ सरों के बीच मिनी सेके्रट्रियेट में मीटिंग हुई जिसका कोई जो नतीजा नहीं निकला। किसान लीडर्स ने अधिकारी आयुष सिन्हा को हटाने की मांग रखी जिसे अफसरों ने नहीं माना। बाद में नाराज किसान नेता यहां से बाहर आ गये और आंदोलित हो गये। याद हो इससे पहले हुईं दो बैठकों के भी बेनतीजा रहने पर किसान नेता छोड़ चुके हैं।