देश में मंदी की आहट के बीच कंपनियों द्वारा छटनी का दौर जारी है, इसी कड़ी में अब ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी करने वाली कम्पनी स्वीगी भी शामिल हो गयी है. फ़ूड डिलीवरी ग्रोथ को धीमे बताते हुए स्वीगी ने यह छटनी करने की बात कही है. कंपनी ने कहा कि उन्होंने ओवरहायरिंग की जो की एक गलत निर्णय था. कम्पनी को अपनी लागत को भी ध्यान में रखना होगा और इसीलिए यह छटनी की जा रही है.
लाभप्रदता लक्ष्यों को पूरा करने में मुश्किल
कंपनी निकाले गए कर्मचारियों को तीन महीने की सैलरी का भुगतान करेगी, इसके अतिरिक्त प्रभावित कर्मचारियों को 31 मई 2023 तक अपने और परिवार के नामित सदस्यों के लिए चिकित्सा बीमा कवरेज मिलेगा। कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में सह-संस्थापक और सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा खाना पहुंचाने के लिए विकास दर हमारे अनुमानों की तुलना में धीमी हो गई है। इसका मतलब यह है कि हमें अपने लाभप्रदता लक्ष्यों को पूरा करने में मुश्किल आएगी।
मीट मार्केटप्लेस को भी बंद करेगी
कंपनी जल्द ही अपने मीट मार्केटप्लेस को बंद कर देगी क्योंकि उत्पाद-बाजार में कंपनी पुनरावृत्तियों के बावजूद फिट नहीं हो पा रही है। पिछले वित्त वर्ष में 1,617 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का घाटा दोगुना हो गया। आरओसी के वार्षिक वित्तीय विवरण के अनुसार, वित्त वर्ष 2022 में कुल खर्च 131 प्रतिशत बढ़कर 9,574.5 करोड़ रुपये हो गया।