क्रिकेट जगत में मांकड़िंग आउट को लेकर मचे बवाल के बीच अब नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की वर्ल्ड क्रिकेट समिति का समर्थन गेंदबाज़ों को मिला है. एमसीसी का कहना है क्रीज़ से बाहर निकलने बल्लेबाज़ों को नियमों का पालन करना चाहिए, अगर वो गेंदबाज़ के हाथ से गेंद निकलने से पहले क्रीज़ से बाहर निकलता है तो गेंदबाज़ को रन आउट का अधिकार है. ऐसे में उन्हें विलेन बनाने की कोशिश क्यों हो रही है.
लीगल हो चुकी है मांकडिंग
बता दें कि मांकड़िंग को अब लीगल करार दिया गया है और इसे रन आउट माना जाता है. लेकिन इसके बाद भी कई पूर्व खिलाड़ी इसे खेल भावना के विपरीत मान रहे हैं और अश्विन और दीप्ति शर्मा जैसे गेंदबाज़ों को विलेन के तौर पर पेश कर रहे हैं. मगर अब एमसीसी इस मामले में आगे आया है और मांकडिंग करने वाले गेंदबाज़ों का समर्थन करते हुए उनकी आलोचना करने वालों को भी लताड़ लगाईं है.
बल्लेबाज़ करें नियम का पालन
समिति ने कहा कि इसे विवादित बनाने की कोशिश क्यों की जा रही है जबकि नियम भी बन गया है. बल्लेबाज़ों को नियम का पालन करना चाहिए और धैर्य से तब तक अपनी क्रीज़ में खड़े रहना चाहिए जब तक गेंद हाथ से निकल न जाय. बल्लेबाज़ इस नियम का पालन करें तो यह विवाद अपने आप ख़म हो जायेगा। बता दें कि इस एमसीसी की एक समिति में कुमार संगकारा, सौरव गांगुली, एलिस्टेयर कुक, जस्टिन लैंगर जैसे खिलाड़ी हैं, समिति के चेयरमैन माइक गैटिंग हैं. समिति का मानना है कि गेंदबाज़ को इसके लिए बल्लेबाज़ को चेतावनी भी देने की ज़रुरत नहीं।