नई दिल्ली। अदाणी शेयरों की बिकवाली के बीच फ्रांस से कुछ समय तक के लिए पिछड़ने के बाद भारत अब शीर्ष इक्विटी बाजारों में पांचवें स्थान पर है। यह मूल्य के हिसाब से दुनिया के शीर्ष इक्विटी बाजारों में है। ब्लूमबर्ग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भारत का पूंजीकरण बाजार शुक्रवार 9 फरवरी को 3.15 ट्रिलियन डॉलर था, जो फ्रांस से काफी अधिक बताया जा रहा है। सूची में ब्रिटेन इस समय सातवें स्थान पर है। इस सूची में प्रत्येक देश में प्राथमिक लिस्टिंग वाली कंपनियों के संयुक्त मूल्य को दर्शाते हैं।
एशियाई देश के शेयरों में आई मजबूती
आय वृद्धि के लिहाज से देखा जाए तो दक्षिण एशियाई देश के शेयरों में मजबूती आई है। एशियाई देश के शेयरों ने पिछले दो साल से अधिकांश वैश्विक प्रतिस्पर्धियों से अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि भारत के बाजार का कुल मूल्य 24 जनवरी की तुलना में अभी भी 6 प्रतिशत कम है।
अदाणी शेयरों में बिकवाली शुरू होने से एक दिन पहले बाजार वर्तमान की तुलना में अधिक मजबूती पर था। हालांकि निवेशकों का विश्वास बहाल करने के लिए अदाणी समूह की ओर से उठाए कदमों से इसके शेयरों को राहत जरूर मिली है। लेकिन अदाणी समूह बाजार में कैप में पहले की तुलना में लगभग 120 बिलियन डॉलर नीचे तक पहुंचा है।
ब्याज दर में धीमी गति के संकेत
नवंबर 2022 के बाद देश के शेयर बाजारों से धन निकालने के बाद विदेशी निवेशक 9 फरवरी 2023 तक सात में से दो सत्रों के दौरान शुद्ध खरीदार रहे हैं। यह खरीद फरवरी की शुरुआत में पूंजीगत खर्च बढ़ाने की सरकार की योजना के बाद से हुई है। जबकि केंद्रीय बैंक ने पिछले हफ्ते ब्याज दर में वृद्धि की धीमी गति का संकेत दे दिया है।