ऑस्ट्रेलिया की मीडिया की मानें तो नागपुर और दिल्ली की विकटों को लेकर ICC ने एक हैरानी वाला फैसला दिया है, ICC ने दोनों वेन्यूज की पिचों को औसत रेटिंग दी है. हालाँकि इससे आयोजन स्थलों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और आगे भी यहाँ पर मैचों का आयोजन जारी रहेगा लेकिन औसत पिच की रेटिंग का मतलब यही है कि मैचों के लिए यह आदर्श विकटें नहीं हैं और यही वजह है कि इस खबर को ऑस्ट्रेलियन मीडिया में प्रमुखता से सुर्ख़ियों में रखा गया है.
ऑस्ट्रेलियन ने पिचों को बनाया मुद्दा
ऑस्ट्रेलियन मीडिया दौरे की शुरुआत से ही पिचों को लेकर लगातार हमलावर है और अब नागपुर, दिल्ली की पिचों को मैच रैफरी एँडी पायक्रॉफ्ट ने “औसत” करार दिया है. अखबार सिडनी हेराल्ड और द ऐज ने लिखा कि पायक्रॉफ्ट ने दिल्ली की पिच को भी औसत बताया है जहाँ शुरुआती दो दिन भारत को बैकफुट पर भेजने के बाद एकदम से तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की पारी सिमट गयी थी. नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट में तीन दिन में ही मैच गंवाने के बाद से ही पूर्व ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटरों और मीडिया ने पिच को लगातार मुद्दा बनाया हुआ है.
मैच रेफरी के फैसले पर हैरानी
ऑस्ट्रेलियन मीडिया के अनुसार दोनों ही मैदानों की पिच “अनस्पोर्टिंग” रहीं. जबकि हकीकत यह है कि विकटों पर भारत के लोअर मिडिल आर्डर बल्लेबाज रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल ने दिग्गज कंगारू बल्लेबाजों से बेहतर बल्लेबाज़ी की. ऐसे में मैच रैफरी एँडी पायक्रॉफ्ट का पिच को “औसत” बताना खासा चौंकाने वाला है. बता दें कि नागपुर में ऑस्ट्रेलियन टीम 177 और 91 पर सिमट गयी थी वहीँ भारत ने एक ही पारी खेली और 400 का स्कोर खड़ा किया. वहीं दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में ठीकठाक बल्लेबाज़ी लेकिन तीसरे दिन दूसरी पारी उसकी ऐसी भरभराकर गिरी जिसकी कल्पना भी ऑस्ट्रेलिया ने नहीं की होगी।