नई दिल्ली। सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि के बाद सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी होने की आशंका है। इसके अलावा घरेलू रसोई में उपयोग होने वाली पीएनजी के दाम भी बढ़ सकते हैं। जानकारों की माने तो इसमें भी 6 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की संभवना है।
सरकार ने पुराने क्षेत्रों से मिलने वाली एपीएम गैस की कीमतों को 6.1 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 8.57 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दिया। जिससे कारण कठिन क्षेत्रों से उत्पादित गैस की कीमत को 9.92 अमेरिकी डॉलर प्रति एमएमबीटीयू से बढ़ाकर 12.46 अमेरिकी डॉलर कर दिया गया है।
एपीएम गैस का देश के कुल गैस उत्पादन का दो-तिहाई है। इस गैस को ऑटोमोबाइल के लिए सीएनजी में बदला जाता और खाना पकाने के लिए घरेलू रसोई में उपयोग किया जाता है। एपीएम गैस की कीमतें सिर्फ एक साल में लगभग 5 गुना बढ़ी हैं। ऐसे में इसमें होने वाली प्रत्येक अमरीकी डालर प्रति एमएमबीटीयू मूल्य वृद्धि के लिए, सिटी गैस वितरण को सीएनजी की कीमत 4.7 से 4.9 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाने की जरूरत है। 2.5 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू मूल्य वृद्धि और हाल में रुपये की कमजोरी को देखते हुए सीजीडी में तत्काल सीएनजी मूल्य में 12-14 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि की जरूरत होगी।
पीएनजी की ऊंची लागतों के प्रभाव को सीमित करने के लिए सीएनजी की कीमतों में 6.2 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर और 9 से 12.5 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि करने की जरूरत होगी। एनसीआर में सीएनजी और पीएनजी की खुदरा बिक्री करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को सीएनजी की कीमत आठ रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाने की जरूरत होगी। जबकि मुंबई में इसकी खुदरा कीमत 9 रुपये की बढ़ोतरी करनी होगी।