नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में अमेरिका और चीन के बीच लगी होड़ मुकाम पर पहुंच गई है। दोनों देशों ने इस टेक्नोलॉजी के व्यापारिक उपयोग में आगे निकलने की जद्दोजहद शुरू की है। विशेषज्ञों के अनुसार बीते एक दशक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास में चीन ने अमेरिका को बहुत पीछे छोड़ दिया है। खासकर मौलिक अनुसंधान में वह आगे निकल गया है।
जैटजीपीटी से चीन हैरत में
अमेरिकी स्टार्टअप ओपन एआई ने जिस तेजी से चैटजीपीटी को बाजार में उतारा, उससे चीन हैरत में रह गया। चैटजीपीटी लेखन और इम्तिहान की तैयारी करने का चैटबॉट है। जिसने तकनीक के क्षेत्र में सनसनी पैदा कर रखी है।
कैलिफॉर्निया स्थित इन्वेस्टमेंट फंड वेबबुश सिक्योरिटीज के प्रबंधन निदेशक डैन इव्स ने कहा है कि चीन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी अमेरिका की तुलना में ज्यादा तेज है। लेकिन चैटजीबीटी इसको बदल सकती है और आगे इस टेक्नोलॉजी का नेतृत्व माइक्रोसॉफ्ट के पास आ सकता है। इससे चीनी कंपनियों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एल्गोरिद्म को उन्नत करने का दबाव बढ़ेगा।’
माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई आए साथ
माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले हफ्ते एलान किया था कि वह ओपनएआई के साथ अपने सर्च इंजन बिंग को बेहतर बनाएगी। जिससे गुजरे सालों में गूगल से ये सर्च इंजन जितना पिछड़ा उस दूरी को वह पाट सके। पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि वह ओपनएआई में ‘अरबों डॉलर’ का निवेश करेगी।
इव्स ने कहा कि यह तथ्य है कि ओपनएआई ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक फॉर्मूला ढूंढ निकाला। माइक्रोसॉफ्ट ने उसका 50 प्रतिशत हिस्सा खरीद लिया है। इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की होड़ तेज हो गई है। ऐसा अमेरिका में होगा, चीन में भी होगा और पूरी दुनिया में भी।’
सर्च इंजन कंपनी गूगल भी होड़ में
सर्च इंजन के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी गूगल होड़ में उतर आई है। उसने बार्ड एआई चैटबॉट पेश किया है। चीनी कंपनियां पीछे नहीं हैं। पिछले हफ्ते ही अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग्स, टेन्सेंट होल्डिंग्स, बाइदू, नेटईज और जेडी.कॉम ने अपने चैटबॉट बाजार में उतारने की घोषणा की।
चीन में बाइदू के लिए चुनौती नहीं
हांगकांग सिटी बैंक की विश्लेषक एलिसिया यैप के मुताबिक चीनी कंपनियों में चैटजीपीटी की होड़ से बाजार में कोई ज्यादा उथल-पुथल नहीं मचेगी। वहां हर कंपनी का दायरा अलग है। अमेरिका में बिंग गूगल को चुनौती दे सकता है, लेकिन चीन में बाइदू के लिए कोई चुनौती नहीं है। इस कंपनी ने मार्च में अपने ‘एर्नी बॉट’ को बाजार में उतारने की घोषणा की है।