टीम इंडिया के स्टार तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह अपनी पीठ की चोटों से पिछले काफी अरसा से परेशान हैं, आखिरकार मेडिकल टीम की सलाह पर उन्हें अपनी सर्जरी करानी ही पड़ी. बुमराह की सर्जरी न्यूज़ीलैण्ड में हुई. सर्जरी के बाद बुमराह अब काफी लम्बे अरसे के लिए क्रिकेट से दूर हो चुके हैं और इस बात की भी आशंका है कि वो भारत में होने वाले ODI विश्व कप में भी हिस्सा न ले सकें। बुमराह की गेंदबाज़ी एक्शन को लेकर अक्सर कुछ पूर्व तेज़ गेंदबाज़ों ने पहले ही अंदेशा जताया था कि देर सवेर बुमराह किसी लम्बी इंजरी का शिकार हो सकते हैं वहीँ अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली बुमराह को चोट से बचने के लिए अपने रन अप को लम्बा करने की सलाह दी है.
ब्रेट ली ने दी सलाह
ब्रेट ली के मुताबिक बुमराह का रन अप बहुत छोटा है ऐसे में इतने छोटे रन अप से 140 किलोमीटर की रफ़्तार से गेंद फेंकने पर उनकी कमर और रीढ़ पर अतिरिक्त ज़ोर पड़ता है, अगर बुमराह अपने रन अप को लम्बा कर लें तो वो इस समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं. दरअसल बुमराह का अपना ही गेंदबाज़ी स्टाइल है. उनके एक्शन को देखकर हर किसी को ये आसानी अंदाज़ा लग सकता है कि लास्ट स्टेप में बुमराह को अतिरिक्त प्रेशर लगाना पड़ता है। बुमराह का रन अप लयबद्ध नहीं है जैसा कि आम तौर पर एक तेज़ गेंदबाज़ का होता है.
बुमराह क्या अपना नेचुरल एक्शन छोड़ पाएंगे
बता दें कि बुमराह ने दिसंबर-जनवरी में बॉलिंग प्रैक्टिस शुरू की थी लेकिन मैदान पर वापसी से पहले उनकी चोट फिर उबर आई इसके बाद न्यूजीलैंड में इस चोट की सर्जरी हुई है. जानकारी के मुताबिक बुमराह सर्जरी के बाद अभी न्यूज़ीलैण्ड में ही हैं और मार्च तक वहीँ रहने की बात कही जा रही है. अब देखना है कि बुमराह सर्जरी से उबरने के बाद जब गेंद थामेंगे तब ब्रेट ली की दी गयी सलाह पर वो कितना अमल कर पाएंगे। बुमराह क्या अपना नेचुरल एक्शन छोड़कर पारम्परिक एक्शन अपना पाएंगे, यह तो समय बताएगा।