अमित बिश्नोई
इंदौर टेस्ट के पहले दिन टॉस जीतने के एडवांटेज के बावजूद टीम इंडिया बैकफुट पर दिखाई दे रही है, वजह साफ़ है जो जाल आपने विरोधियों के लिए बिछा रखा था, इस बार आप खुद उसमें फंसते हुए नज़र आ रहे हैं. इस घुमावदार और ऊपर नीचे रहती हुई पिच पर द्रविड़ की सेना 109 रनों पर ही घुटने टेक बैठी है. दरअसल द्रविड़ का नाम इसलिए कि इन दिनों टीम में सिर्फ उनकी ही मर्ज़ी चल रही है, किन पिचों और कैसी पिचों पर टेस्ट मैच खेला जाना है इसका फैसला वही करते हैं और सिर्फ फैसला ही नहीं करते बल्कि क्यूरेटर को विशेष निर्देश भी देते हैं. इंदौर पहुँचते ही द्रविड़ सबसे पहले स्टेडियम ही पहुंचे थे और जाकर पिच का मुआयना किया था, निर्देश भी दिए थे क्योंकि वहां से हटते ही पिच पर क्यूरेटर की सरगर्मी काफी बढ़ गयी थी.
चूहे बिल्ली के खेल की बात
नागपुर की पिच पर विवाद होने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इस मामले को लेकर बिलकुल ख़ामोशी है, लेकिन उस्मान ख्वाजा का आज के दिन का खेल ख़त्म होने पर यह कहना कि चूहे बिल्ली का खेल जारी है, बहुत कुछ कह गया है. माना कि द्रविड़ और पूरी टीम बल्कि पूरा देश यह चाहता है कि भारत टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेले, उसके लिए भारत को कम से कम तीन टेस्ट जीतना ज़रूरी हैं. शायद यही वजह है कि द्रविड़ इस तरह की पिचों की डिमांड कर रहे हैं. आपको बता दें कि मीडिया में एक खबर चल रही है कि टीम मैनेजमेंट की तरफ से अहमदाबाद के आखरी टेस्ट में इस कंडीशन के साथ तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मददगार पिच बनाने को कहा गया है कि तीसरे टेस्ट में भारत को कामयाबी मिले।
कौन बनेगा पिच के घुमाव का शिकार
ऐसे में सवाल उठता है कि इंदौर की घुमावदार पिच पर अगर टीम इंडिया घूम गयी तो फिर क्या अहमदाबाद के लिए दिए गए निर्देश बरकरार रहेंगे या फिर एक और ऐसी पिच तैयार की जाएगी जो बल्लेबाज़ों को घुमाती रहेगी। वैसे अगर थोड़ी फ्रेंडली विकेट भी तैयार होतीं तब भी रिजल्ट लगभग यही आने वाला था, फर्क सिर्फ इतना होता कि मैच तीन दिन से आगे बढ़ जाता। मगर WTC फाइनल में पहुँचने के लिए द्रविड़ और रोहित किसी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते लेकिन सवाल यही है कि क्या सिर्फ आपके सोचने और करने से ही ऐसा हो सकता है. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ों ने पिछले दो टेस्ट मैचों से सबक सीखा है जो आज दिख रहा था. स्वीप शॉट के दीवाने ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ आज अपने पसंदीदा शॉट से काफी हद तक दूर रहे, हालाँकि उस्मान ख्वाजा स्वीप की कोशिश में जमने के बाद आउट भी हुए. आज तो मैच का पहला ही दिन था और पिच का यह रंग है, आगे क्या होगा, भगवान् जाने। बस डर सिर्फ इस बात का है कि कहीं अपने बिछाए जाल में टीम इंडिया खुद ही न फंस जाय.