depo 25 bonus 25 to 5x Daftar SBOBET

क्या आपको पता है ट्रेन में RAC टिकट का मतलब ?

बिज़नेसक्या आपको पता है ट्रेन में RAC टिकट का मतलब ?

Date:

भारतीय रेलवे की ट्रेन में कंफर्म और वेटिंग टिकट के साथ एक और टिकट जारी किया जाता है। यह आरएसी टिकट है। इस टिकट का मतलब है कि आपको आधी बर्थ मिलेगी फुल बर्थ नहीं। आइए, जानते हैं क्या है इस टिकट का मतलब? इसमें बैठने की क्या व्यवस्था है?

क्या आरएसी टिकट पूरी तरह से वैध टिकट है?

कई बार रेल में सफर करने वाले लोगों को आरएससी टिकट लेकर सफर करना पड़ता है। यह भी एक तरह का टिकट है, लेकिन इस टिकट के अलग नियम हैं। इन टिकटों में बर्थ शेयरिंग करनी होती है। यह बर्थ साइड लोअर की होती है, जिसमें एक ही सीट पर दो यात्रियों को बुक किया जाता है। आरएससी के बारे में तो बहुत लोग जानते हैं, लेकिन इसके फुल फॉर्म और आरएससी टिकट धारकों को मिलने वाले अधिकारों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ऐसे में चलिए आज हम बात करते है कि आरएसी के नियम है क्या

आरएसी टिकट क्या है?

आरएसी टिकट एक खास तरह का टिकट होता है। ट्रेन में फुल बर्थ खत्म होने पर ही इसे जारी किया जाता है। इसमें यात्रियों को एक तरह से आधी बर्थ ही मिलती है। यानी आप ट्रेन में तो बैठ सकते हैं, लेकिन आपको पूरी स्लीपिंग सीट किसी दूसरे शख्स के साथ शेयर करनी होगी। जैसे आप कंफर्म सीट पर आसानी से सो सकते हैं, उसी तरह आरएसी टिकट पर भी आपको दूसरे पैसेंजर के साथ शेयर करना होता है। इसका फुल फॉर्म रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसलेशन है।

जब बर्थ नहीं है तो यह टिकट क्यों जारी किया जाता है

आरएसी टिकट जारी करने का प्राथमिक उद्देश्य यात्रियों का कल्याण है। कई बार ऐसा होता है कि इमरजेंसी में लोग खड़े-खड़े ही सफर पूरा कर लेते हैं। वे जमीन पर चादर या अखबार बिछाकर डिब्बे में बैठते या सोते भी हैं। मजबूरी में सफर करने वाले ऐसे यात्रियों के लिए ही आरएसी टिकट का कॉन्सेप्ट लाया गया है । यह टिकट इसलिए जारी किया जाता है ताकि अगर कोई यात्री अपना टिकट कैंसिल करा दे तो वह बर्थ आरएसी यात्रियों को अलॉट हो जाए।

आरएसी टिकट धारकों के क्या अधिकार हैं

आरएसी टिकट वाले यात्री राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी सवार हो सकते हैं। वेटिंग टिकट वालों को इन ट्रेनों में सवार होने का अधिकार नहीं है। ये विशेष अधिकार आरएससी टिकट धारकों को कोरोना काल में दिए गए थे । ट्रेन में अगर कोई सीट खाली रहती है तो टीटीई उसे आरएसी टिकट धारकों को अलॉट कर देता है।

एसी क्लास का आरएसी टिकट है, बेड रोल मिलेगा

आपको यह समझना चाहिए कि आरएसी टिकट रखने वाले यात्री को भी एक वास्तविक यात्री होने का पूरा अधिकार है। ट्रेन छूटने के बाद टीटीई सभी यात्रियों की हाजिरी लेता है। यदि कोई यात्री नहीं आता है तो वह खाली बर्थ आरएसी टिकट धारक व्यक्ति को आवंटित कर दी जाती है। अगर आपको एसी क्लास में आरएसी टिकट मिला है तो आपको बेड रोल भी मिलेगा। अगर राजधानी एक्सप्रेस या शताब्दी एक्सप्रेस का आरएसी टिकट है तो उस पर बेड रोल और खाना भी मिलेगा.

Share post:

Subscribe

Popular

More like this
Related

रुपया ऐतिहासिक रूप से पतला हुआ

तेल की कीमतों में हालिया उछाल और देश के...

मौत उसकी है करे जिसका ज़माना अफ़सोस

अमित बिश्नोईमौत उसकी है, करे जिसका ज़माना अफ़सोस। महमूद...

WHO ने भारत को ट्रेकोमा से मुक्त घोषित किया

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को...

नौ वर्षों में पहली बार पाकिस्तान पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर

भारत-पाक संबंधों में तनाव के बीच विदेश मंत्री एस...