जल्द आने वाला है मार्गशीर्ष माह का सोम प्रदोष व्रत, भगवान शिव करते हैं सभी इच्छाओं की पूर्ति
मार्गशीर्ष माह का सोम प्रदोष व्रत नजदीक ही है, माना जाता है कि इस दिन जो भगवान शिव की आराधना सच्चे मन से करते हैं उनके सभी पाप दूर हो जाते हैं। आईये जानते हैं सोम प्रदोष व्रत में किन बातों का रखें ख्याल और मार्गशीर्ष में यह व्रत किस दिन पड़ने वाला है।
इस तारीख को पड़ेगा यह व्रत-
प्रदोष व्रत को भगवान शिव की आराधना के लिये बहुत खास माना गया है, वहीं इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इस बार मार्गशीर्ष माह का प्रदोष व्रत 21 नवम्बर को पड़ रहा है, वहीं एक साल में 24 प्रदोष व्रत पड़ते हैं। दूसरी ओर ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग के दर्शन करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
ऐसे करें भगवान शिव को इस दिन प्रसन्न-
जानकारी के अनुसार मार्गशीर्ष, कृष्ण त्रयोदशी तिथि 21 नवम्बर को 10 बजकर 7 मिनट से शुरू होगी, इसके साथ ही तिथि की समाप्ति 8 बजकर 50 मिनट पर नवम्बर 22 को होगी। वहीं इस दिन सुबह स्नान आदि करके भगवान शिव के समक्ष उपस्थित हो, साथ ही उनकी पूजा अर्चना करें। वहीं पूजा के दौरान माता पार्वती, भगवान शिव और नंदी की तश्वीरें अवश्य लगायें, इसके साथ ही चावल, फूल, धूप, इलायची आदि चढ़ाये।