हर बार ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयन्ती मनाई जाती है, वहीं इस बार शनि जयंती पर विशेष संयोग बन रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस बार शनि जयंती पर सोमवती अमावस्या भी पड़ रही है, इसके साथ ही इसी दिन सावित्री व्रत भी पड़ रहा है। वहीं हिन्दू धर्म में मान्यताओं के अनुसार शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ की अमावस्या के दिन ही हुआ था, जहाँ इस साल ज्येष्ठ की अमावस्या 30 मई को होगी।
वहीं शनि जयंती के दिन ही सुकर्मा योग के अलावा सवार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जहाँ ऐसी मान्यता है कि इस योग में किये गये सारे कार्य सफल होते है। इसके साथ ही इस दिन शनिदेव की पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होते हैं, इस दिन सुबह सर्वप्रथम स्नान करके शनिदेव का ध्यान करें। इसके बाद शनिदेव की मूर्ति पर तेल, माला और प्रसाद आदि अर्पण करें।
वहीं शनिदेव की पूजा में काले उड़द और तेल का अत्यंत महत्व है, इस दिन इन्हें यह अर्पण करना न भूलें। वहीं इसके बाद शनि चालीसा का पाठ प्रारंभ करें, इसके बाद किसी गरीब को आप दान भी दें, जिससे आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी। वहीं शनिदेव की कृपा दृष्टि जिन भक्तों पर हो जाती है, उन्हें जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है।
आज का पंचांग-
शनिवार, ⓵⓸ मई ⓶⓪⓶⓶
पूर्णिमांत माह : बैशाख
अमावस्यांत माह : बैशाख
पक्ष : शुक्ल पक्ष
तिथि : त्रयोदशी (१५:२२:२१)
नक्षत्र : चित्रा (१७:२६:३७)
योग : सिद्धि
विक्रम सम्वत : २०७९ राक्षस
शक सम्वत : १९४४ शुभकृत
युगाब्द : ५१२४
आयन : उत्तरायण
ऋतु : ग्रीष्म
सूर्योदय : ०५:२९
सूर्यास्त : १९:०३
अभिजीत मुहूर्त : ११:४९ से १२:४३
राहुकाल : ०८:५२ से १०:३४