भारत ने दिल्ली टेस्ट भी सिर्फ तीन दिन में छह विकेट से जीत लिया और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बनाई 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। कमोबेश दिल्ली टेस्ट को भी नागपुर की पुनरावृत्ति ही कहा जायेगा। भारत की इस जीत के बाद उसके ICC टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने की उम्मीदें काफी बलवती हो गयी हैं. भारत फिलहाल अपने इस लक्ष्य की ओर कामयाबी के साथ बढ़ रहा है. उसके लिए ये श्रंखला ही चैंपियनशिप के फाइनल का रास्ता खोल सकती है. लगातार दो टेस्ट तीन दिन में हारने से ऑस्ट्रेलिया काफी निराशा में है.
डेढ़ सत्र में 13 विकेट
पिच का आलम क्या था कि आज दिन के दो सत्र भी पूरे नहीं हुए और 13 विकेट गिर गए, जिनमे चार विकेट भारत के भी थे. भारत के लिए जीत का विजयी रन अपना 100वां टेस्ट खेल रहे पुजारा ने बनाया। ऑस्ट्रेलिया को 113 पर बुक करने के बाद टीम इंडिया को जीत के लिए 115 रनों का लक्ष्य मिला। जीत की उम्मीद तो पहले से ही थी लेकिन 115 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में भारत को अपने टॉप के चार विकेट गंवाने पड़े, जो एक बहुत बड़ा सवाल है जो पीछे से चला आ रहा है. के एल राहुल की एक और नाकामी, अय्यर का दोनों परियों में फ्लॉप प्रदर्शन और कोहली का भी अपेक्षा पर खरा न उतरना एक सवालिया निशान है और सबसे बड़ा सवाल यह हैं कि क्या इंदौर में भी के एल राहुल दिखेंगे। दिखेंगे तो फिर हैरत ही होगी और चेतन शर्मा की स्टिंग में कही गयी बातों की पुष्टि भी.
जडेजा रहे हीरो
आज के दिन की सबसे बड़ी बात जडेजा की गेंदबाज़ी ही कही जाएगी जिन्होंने ताबड़तोड़ सात विकेट निकालकर ऑस्ट्रेलिया का पुलिंदा बाँध दिया। उस ऑस्ट्रेलियन का पुलिंदा जो ICC रैंकिंग में भी पहले नंबर है और टेस्ट चैंपियनशिप की रैंकिंग में भी पहले नंबर। यह अलग बात कि जडेजा की गेंदबाज़ी से ज़्यादा कंगारू बल्लेबाज़ों की घटिया बल्लेबाज़ी टेस्ट मैच के तीसरे दिन समाप्त होने की ज़िम्मेदार है. अब एकबार फिर दोनों टीमों को आराम करने के लिए डेढ़ दिन अतिरिक्त मिल गए.
ऑस्ट्रेलिया पर मंडरा रहा है खतरा
ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ों ने पिछले दो मैचों में जिस तरह से स्पिन के खिलाफ बल्लेबाज़ी की है उससे साफ़ लगता है कि वो पूरी तरह से भटके हुए हैं. वो न सिर्फ मैच बुरी तरह हार रहे हैं बल्कि मानसिक तौर पर काफी नीचे गिरते जा रहे हैं. इस ऑस्ट्रेलियन टीम में कम से कम अभी तक तो वो जुझारूपन नहीं देखने को मिला जिसके बारे में उन्हें जाना जाता था. ऑस्ट्रेलिया मानसिक तौर पर यह श्रंखला 4-0 से हार चूका है क्योंकि उसे मालूम है कि आगे भी उसे कोई राहत नहीं मिलने वाली। ऑस्ट्रेलिया के लिए डर तो अब इस बात का पैदा हो गया है कि 4-0 से ये शृंखला हार के बाद कहीं वो टेस्ट चैंपियनशिप से ही न बाहर हो जाएँ। उनके रैंकिंग अंक अब घटकर 66.67 हो चुके हैं, सिर्फ एक मैच और हारे तो भारत टॉप पर पहुंचेगा। श्रंखला के चारों मैच हारने पर उनके रैंकिंग अंक शर्तिया तौर पर 60 से नीच हो जायेंगे और तब उन्हें श्रीलंका से सबसे बड़ा खतरा पैदा हो जायेगा, इंग्लैंड भी दौड़ में लगा हुआ है.