चुनाव आयोग के निर्देश के मुताबिक देश के बहुत से टीवी चैनलों ने दिल्ली विधानसभा में किसकी सरकार बनेगी, इसकी भविष्यवाणी कर दी है. शाम सात बजते ही सभी एग्जिट पोल्स सामने आ गए और सभी ने एक सुर में कहा कि केजरीवाल तो गयो. जो 6 एग्जिट पोल्स अभी तक सामने आये हैं उनके मुताबिक सिर्फ एक में केजरीवाल की पार्टी लड़ती हुई नज़र आ रही है, शेष पांच एग्जिट पोल्स में भाजपा की 26 साल बाद वापसी की बात कही जा रही है. इन एग्जिट पोल्स के नतीजों से अनुमान लगाया जा सकता है (अगर ये सही निकले तो) दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बननी तय है यानि अब LG के ऑफिस में दिल्ली सरकार की कोई भी फाइल पेंडिंग नहीं रहेगी, सब समय से क्लियर हो जाएँगी।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर चुनाव लड़ रहे 699 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज ईवीएम में कैद हो गया है। शाम 5 बजे तक दिल्ली में 57.70 फीसदी मतदान हुआ है। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को आएंगे, लेकिन सबके मन में यही सवाल उठ रहा है कि इस बार दिल्ली में सरकार किसकी बनेगी।
पीपुल्स इनसाइट सर्वे में बीजेपी को बढ़त और आम आदमी पार्टी को नुकसान होता दिख रहा है। यहाँ बीजेपी को 40-44 और आप को 25-29 सीटें मिलती हुई नज़र आ रही हैं. जेवीसी सर्वे में भी बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है। सर्वे के मुताबिक दिल्ली में बीजेपी को 39 से 45 सीटें मिल सकती हैं और आम आदमी पार्टी को 22 से 31 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। चाणक्य स्ट्रैटेजीज के सर्वे में भी भाजपा को बढ़त और आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस को पिछले दो चुनावों के मुकाबले इस बार राहत मिलती दिख रही है और उसे 2 से तीन सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं.
एकमात्र मैट्रीज के सर्वे में भाजपा और आप के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। यहाँ आप को 32 से 37 और भाजपा को 35 से 40 सीटें वहीँ कांग्रेस पार्टी को भी 1 सीट मिलती दिखाई दे रही है. पोल डायरी के सर्वे में भी दिल्ली में बड़ा बदलाव दिख रहा है। आम आदमी पार्टी सत्ता से बेदखल हो रही है और भाजपा धूमधड़ाके के साथ वापसी कर रही है। कांग्रेस को भी 2 सीटें मिल सकती हैं. पी मार्क के सर्वे में भी भाजपा की दिल्ली में सरकार बनने की बात सामने आ रही है। आम आदमी पार्टी को 21-31 और भारतीय जनता पार्टी को 39-49 सीटें मिल सकती हैं वहीँ कांग्रेस को 0-1 सीट दी जा रही है.