यह Campaign Dabur Honitus के पीछे के विज्ञान के बारे में देगा जानकारी
नई दिल्ली, दिसम्बर 2024: सर्दियों का मौसम बहुत से लोगों को खूब लुभाता है, लेकिन सर्दी आते ही खांसी, गले में खराश और रेस्पीरेटरी इन्फेक्शन जैसे मामले बढ़ने लगते हैं। ऐसे में खांसी और गले की तकलीफ़ से निपटने के उपाय अपनाना ज़रूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड की ओर से भारत के नंबर 1 आयुर्वेदिक कफ सिरप ब्राण्ड डाबर हनीटस ने एक जागरुकता अभियान ‘साइंस ऑफ आयुर्वेदा’ का लॉन्च किया है, जो डाबर हनीटस के पीछे के विज्ञान के बारे में लोगों को जागरुक बनाएगा, डाबर हनीटस का यह फॉर्मूला खांसी और गले की तकलीफ से निपटने में बेहद कारगर है।
डाबर का यह नया कैंपेन दर्शकों को बताता है कि किस तरह आयुर्वेदिक इन्ग्रीडिएन्ट्स जैसे मुलेठी, शहद, तुलसी, बनप्शा, अदरक इन सभी तकलीफ़ों से राहत देते हैं। अपने एंटीमाक्रोबियल और एंटी इन्फ्लामेटरी गुणों के लिए विख्यात शहद गले को गले की खराश को दूर कर प्राकृतिक तरीके से खांसी का उपचार करती है। मुलेठी को भी एंटी- इन्फ्लामेटरी गुणों के लिए जाना जाता है, जो गले की खराश कम करने में कारगर है। तुलसी के एंटी-बैक्टीरियल गुण छाती के कंजेशन को दूर करते हैं, बनप्शा भी छाती के ब्लॉकेज को दूर करता है। कुल मिलाकर इन सभी शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बना डाबर हनीटस मिनटों में खांसी और गले की खराश को दूर कर देता है।
‘इस आयुर्वेदिक नुस्खे के पीछे के विज्ञान तथा हर्बल इन्ग्रीडिएन्ट्स जैसे अदरक, शहद, तुलसी, मुलेठी, बनप्शा के फायदों के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए डाबर हनीटस मेगा हेल्थ अवेयरनैस कैंपेन ‘साइंस ऑफ आयुर्वेदा’ लेकर आए हैं, जो आम लोगों को डाबर हनीटस के विज्ञान और इसके आयुर्वेदिक अवयवों के बारे में जानकारी देगा। डाबर हनीटस खांसी के इलाज का आयुर्वेदिक नुस्खा है, हर्बल इन्ग्रीडिएंट्स से बना यह फॉर्मूला खांसी और गले की खराश से राहत देता है। अच्छी बात यह है कि खांसी की अन्य दवाओं की तरह इसके सेवन से नींद नहीं आती, ऐसे में यह पूरे परिवार के लिए सुरक्षित और कारगर है।’ डाबर इंडिया लिमिटेड में मार्केटिंग के वाईस प्रेज़ीडेन्ट श्री अजय सिंह परिहार ने कहा।
‘क्लिनिकल टेस्टिंग में भी डाबर हनीटस खांसी एवं गले की खराश से राहत के प्रभावी और कारगर पाया गया है। इसके इन्हीं फायदों को ध्यान में रखते हुए हम लोगों को डाबर हनीटस के बारे में जानकारी देने के लिए अपना नया कैंपेन ‘डाबर हनीटस- साइंस ऑफ आयुर्वेदा’ लेकर आए हैं। प्राचीन आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान का यह संयोजन सर्दी-खांसी से निपटने में बेहद उपयोगी है।’ श्री अजय सिंह परिहार ने कहा।