राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार एक राष्ट्र एक चुनाव के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रही है, जिससे लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव सुनिश्चित होंगे। उन्होंने कहा, “हम अब एक राष्ट्र एक चुनाव की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा, भारत के संसाधनों का अधिकतम उपयोग होगा और देश विकसित भारत के सपने को साकार करने में नई गति प्राप्त करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, पिछले 10 साल भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरे रहे हैं। आज सरकार के हर काम और हर मिशन में राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई देती है। सच्चे भारतीय के रूप में हमें राष्ट्रीय एकता की दिशा में हर प्रयास का उत्साह और ऊर्जा के साथ जश्न मनाना चाहिए, नए संकल्प, उम्मीदों और उत्साह को मजबूत करना चाहिए। यही सच्चा जश्न है। भारत की भाषाओं को बढ़ावा देकर हम एकता के बंधन को मजबूत करते हैं। नई शिक्षा नीति इसका एक शानदार उदाहरण है, जिसे देश ने गर्व के साथ अपनाया है।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अगले दो वर्षों तक भारत सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाएगा। भारत की एकता में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए, सभी सरकारी पहल राष्ट्रीय एकता को दर्शाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “आज सरदार पटेल की 150वीं जयंती का वर्ष शुरू हो रहा है और देश अगले दो वर्षों तक इस मील के पत्थर का जश्न मनाएगा। यह भारत के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि है। यह अवधि उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के सम्मान से भरी होगी और सरकार की हर पहल और मिशन में राष्ट्रीय एकता झलकेगी।
पीएम मोदी ने कहा, “आज पूरा देश खुश है कि आजादी के सात दशकों के बाद एक देश और एक संविधान का संकल्प पूरा हुआ है। यह सरदार साहब को मेरी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। 70 साल तक बाबा साहब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ। संविधान का नाम जपने वालों ने इसका बहुत अपमान किया। इसका कारण जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की दीवार थी। अनुच्छेद 370 को हमेशा के लिए दफना दिया गया है। पहली बार इस विधानसभा चुनाव में बिना भेदभाव के मतदान हुआ। पहली बार वहां के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान की शपथ ली है। इस दृश्य ने भारतीय संविधान के निर्माताओं को बहुत संतुष्टि दी होगी, उनकी आत्मा को शांति मिली होगी और यह संविधान निर्माताओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है।