नई दिल्ली। ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट बीए—5 पुराने वैरिंएट से अधिक घातक है। ये सब वैरिएंट ऐसे लोगों को अधिक संक्रमित करने की क्षमता रखता है जो पिछली लहर में संक्रमण के शिकार हुए थे। बीए—5 ओमिक्रॉन के पुराने सभी वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है।
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देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हालांकि इस बार सबसे अधिक चिंता ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट बीए—5 को लेकर है। सब-वैरिएंट बीए—5 इतना खतरनाक है कि यह एक व्यक्ति को दो बार संक्रमित करने की क्षमता रखता है। कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंता का ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट बीए—5 बना है। ओमिक्रॉन बीए—5 सभी अन्य वैरिएंट्स को पीछे छोड़ आगे बढ़ रहा है। चीन,अमेरिका और यूरोप के अलावा अब इसके केस तेजी से भारत में देखने को मिल रहे हैं। यह इतना खतरनाक है कि एक महीने में लोगों को दो बार संक्रमित कर सकता है। कोरोना वैक्सीन लगने के बाद या एक बार संक्रमित होने के बाद एंटीबॉडी बनने से संक्रमण से लंबे समय तक सुरक्षा मिलती थी। लेकिन बीए—5 मामले में ऐसा नहीं है। कई लोगों में कुछ हफ्तों बाद ही संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे कई केस भी सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट ऐसे लोगों को अधिक संक्रमित करने की क्षमता रखता है जो पिछली लहर में कोरोना संक्रमित हुए थे। उनकी एंटीबॉडी मजबूत होने लगी है। बीए—5 ओमिक्रॉन पुराने सभी वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है। पिछले सप्ताह एक अध्ययन में भी बताया गया कि कई देशों में लगातार कोरोना संक्रमण के मरीज सामने आए हैं। जहां एक ही व्यक्ति कुछ ही दिन के बीच बार-बार संक्रमित हो रहे हैं। ऐसा इस नए वैरिएंट्स के कारण हो रहा है। यह नया वैरिएंट कोरोना वैक्सीन से बन रही एंटीबाडी को भी चकमा देने में कामयाब हो रहा है।
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नए सब वैरिएंट के मामले में जो लोग इस वायरस से संक्रमित है उनमें सामान्य लक्षण देखे जा रहे हैं। इनमें खासकर नाक बहना, सिरदर्द,गले में खराश, लगातार खांसी के अलावा थकान शामिल हैं। एक तिहाई से कम लोगों में बुखार का लक्षण मिले हैं। स्वास्थ्य वैज्ञानिको का कहना है कि बीए—5 में पहले से संक्रमित और एंटीबॉडी पा चुके लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है। इसलिए इससे बचाव जरूरी है। इसे रोकने का अच्छा तरीका टीकाकरण और बूस्टर डोज को लेना है। इसके अलावा मास्क पहनना, भीड़ में जाने से बचना और साफ-सफाई का ध्यान काफी महत्वपूर्ण है।