राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बीच गायब हुए कोरोना को लेकर विशेषज्ञ ने बड़ी भविष्यवाणी की है। जिसे लेकर दुनिया भर में चिंता व्याप्त हो गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के नए वैरिएंट से आने वाली लहर अभी आनी बाकी है। भारत समेत दुनिया भर के 41 देशों में कोरोना का नया वेरिएंट जेएन.1 अपना प्रकोप दिखा रहा है। हर दिन देश में कोरोना के दो से ढाई सौ मामले सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले वाले वेरिएंट की तुलना में नया वेरिएंट अत्यधिक संक्रामक है। उनका यह भी मानना है यह किसी बड़ी लहर का कारण भी बन सकता है। WHO द्वारा भी इस वेरिएंट को इंटरेस्ट ऑफ वेरिएंट के रूप में शुमार किया गया है। पहली बार अगस्त में लक्जमबर्ग में यह जानकारी में आया था।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की प्रोफेसर क्रिस्टीना पावेल ने एक चैनल को जानकारी देते हुए बताया था कि जेएन.1 की लहर अभी तक अपने पीक पर नहीं पहुंची है। संभावना है कि जनवरी के अंत में या उसके बाद चरम पर पहुंच सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि संभावना है कि आने वाली लहर 2022 में आई ओमिक्रोन लहर को टक्कर दे सकती है। स्क्रिप्स रिसर्च सेंटर में आणविक चिकित्सा प्रोफेसर एरिक जे. टोपोल ने भी दावा किया है कि जेएन.1 कोरोना महामारी की सबसे बड़ी लहर से जुड़ा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के मरीजों की वास्तविक संख्या को ट्रैक करना अब मुश्किल हो रहा है। क्योंकि ज्यादातर लोग अपने घर पर ही इसकी जांच कर रहे हैं।
बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो जांच भी नहीं करवा रहे हैं। वह घर पर ही अपना इलाज कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना की वास्तविक स्थिति के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। वायरस विशेषज्ञ पीटर ओपनशॉ ने भी कहा है कि जेएन.1 को लेकर भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में संक्रमण में काफी तेजी देखी जा सकती है। जिसके चलते मरीजों की संख्या में वृद्धि की संभावना भी है। विशेषज्ञ लोगों से अपील कर रहे हैं कि आने वाले प्रसार को रोकने के लिए बूस्टर डोज जरूर लें। मास्क जरूर लगाएं। भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे।सर्दी से बचाव रखें।