Covid-19 : कोरोना के खतरनाक नए वैरिएंट एरीस से एदुनिया में हड़कंप मच गया है। कोरोना के नए वैरिएंट एरीस संक्रमण फैलने को लेकर WHO ने घातक चेतावनी जारी की है। WHO ने कोरोना के नए वैरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट घोषित किया है। कोरोना का नया वेरिएंट ERIS खतरनाक और घातक है? इसके खौफ में ब्रिटेन के लोग है। WHO ने भी ERIS को लेकर अलर्ट जारी किया है। कोरोना वायरस एक बार फिर से दुनिया में चिंता का सबब बन रहा है। कोविड 19 के एक नए एरीस वैरिएंट ने सभी की नींद उड़ा दी है। यह तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन में ERIS वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में इसका मामला सामने आया है।
80 प्रतिशत मामले ERIS वैरिएंट के सामने आ चुके
पिछले 28 दिनों में 80 प्रतिशत मामले ERIS वैरिएंट के सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में मई 2023 में ERIS का पहला मामला सामने आ चुका है। कोरोना वायरस की लहर थमने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई में कोविड हेल्थ इमरजेंसी के दायरे से हटा दिया था। लेकिन अब नए वैरिएंट ERIS के सामने आने के बाद WHO ने लोगों को ERIS वायरस को लेकर सावधान रहने की सलाह दी है। यूएन के अनुसार 10 जुलाई से 6 अगस्त तक कोविड 19 के मामले 1.5 मिलियन हो गए हैं। पिछले 28 दिनों में 80 प्रतिशत मामले ERIS वैरिएंट के सामने आ चुके हैं। WHO के मुताबिक हालांकि इस दौरान कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 57 प्रतिशत कम हुआ है। 12 जून से 9 जुलाई के बीच दुनिया में 7 लाख 94 हजार कोविड केस आए। जबकि 10 जुलाई से 6 अगस्त के बीच नए कोरोना केस का आंकड़ा बढ़कर 15 लाख हो गया है। हाल में WHO ने ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट ERIS के मिलने की पुष्टि की है।
नए वैरिएंट ERIS को लेकर WHO की चेतावनी
नए वेरिएंट ERIS को लेकर WHO की तरफ से चेतावनी जारी की गई है। जिसमें कहा है कि नए वेरिएंट ERIS से संक्रमित लोगों का आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता है। ऐसा इसलिए कि कोरोना लहर के दौरान सभी देशों में टेस्टिंग और मॉनिटरिंग एक्टिव तरीके से की जा रही थी। लेकिन अब इसकी टेस्टिंग नहीं हो रही। यही कारण है कि कोरोना के नए वेरिएंट ERIS के संक्रमित लोगों का आंकड़ा कुछ अलग हो सकता है।
महाराष्ट्र में ERIS वैरिएंट का केस मिला
महाराष्ट्र में ERIS वैरिएंट का केस मिल चुका है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना के एक्टिव केस की संख्या जुलाई में 70 से बढ़कर 6 अगस्त को 115 हो गई थी। वहीं UK की हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) के अनुसार कोरोना वायरस के 7 ऐसे मामले आए हैं। जो ERIS वैरिएंट से जुड़े हैं।
ERIS ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित
WHO ने ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट EG.5 ERIS के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया है। जुलाई के बीच में मिले कोरोना के मामलों में से 17 प्रतिशत केस इसी वैरिएंट के थे। ये जून की तुलना में 7.6 प्रतिशत अधिक थे। ERIS वैरिएंट का केस 31 जुलाई को ब्रिटेन में सामने आया था। ERIS वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका, चीन और ब्रिटेन में मिल हैं।