कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का संविधान नहीं पढ़ा है। संविधान रक्षक अभियान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “हम ईवीएम के जरिए चुनाव नहीं चाहते हैं। हम बैलेट पेपर से चुनाव चाहते हैं।” सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होते हैं, तो उन्हें पता चल जाएगा कि वे कहां खड़े हैं।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जिस तरह गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली गई थी, उसी तरह पार्टी बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए देशव्यापी अभियान चलाएगी। गौरतलब है कि कांग्रेस प्रमुख का यह बयान पार्टी नेता पवन खेड़ा द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को खारिज करने के कुछ दिनों बाद आया है। उन्होंने राज्य में चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। अक्टूबर में कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। चुनाव आयोग ने इस आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी ने भारतीय चुनाव प्रक्रिया के “मूल” पहलुओं पर लगातार “निराधार संदेह” उठाए हैं।
सत्तारूढ़ दल पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाने वाले खड़गे ने कहा, जो लोग आज संविधान को कमजोर कर रहे हैं, उनके पूर्वज अंग्रेजों के मुखबिर थे। उनका स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं है। महात्मा गांधी की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हर कोई जानता है कि महात्मा गांधी जी को किसने गोली मारी।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने आजादी की लड़ाई लड़ी और देश को आजादी मिली। जाति जनगणना पर, जिसकी उनकी पार्टी मांग कर रही है, खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा जाति जनगणना से डरते हैं।