नीट 2024 रिजल्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। शीर्ष अदालत ने 1563 छात्रों के ग्रेस मार्क्स रद्द कर उन्हें दोबारा परीक्षा में शामिल होने का आदेश जारी किया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने पूरे मामले में केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले में कई सवाल उठाए हैं और केंद्र सरकार के साथ ही परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी से 5 सवालों के जवाब मांगे हैं।
पवन खेड़ा ने कहा कि हमारी पहली मांग है कि इस मामले पर सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बयान दें। उन्होंने कहा कि बच्चों से परीक्षा पर चर्चा करने वाले प्रधानमंत्री को ऐसे मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और बयान जारी करना चाहिए। पवन खेड़ा ने यह भी सवाल उठाया कि जिसने बमुश्किल 12वीं पास की, वह टॉपर कैसे बन गया? हालांकि, उन्होंने तुरंत यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी टॉपर हो सकता है, लेकिन साथ ही उन्होंने एक और मांग की है कि अभ्यर्थियों के 12वीं बोर्ड के अंकों का मिलान नीट के अंकों से किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर 67 अभ्यर्थियों के 720 में से 720 अंक आए हैं, तो सवाल जरूर उठेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन खेड़ा ने तीसरी मांग रखी कि जिन केंद्रों पर औसत से ज़्यादा अंक पाने वाले बच्चे पाए गए हैं, उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग जारी की जाए। साथ ही, जिन बच्चों ने अपने शहर से दूर के केंद्रों का चयन किया है, उनकी सूची सामने लाई जाए। इसकी वजह बताई जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि बच्चे नज़दीकी शहरों के केंद्रों की बजाय दूर के केंद्रों पर क्यों जाना चाहते हैं?