भाजपा चुनाव जीतने के लिए सब कुछ कर सकती है , उसके चुनावी जंग जीतने के लिए सबकुछ जायज़ है, अभी पिछले हफ्ते ही सभी ने देखा कि कैसे गुजरात के सूरत में उसका प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिया गया क्योंकि कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था, सिर्फ कांग्रेस प्रत्याशी का ही नामांकन नहीं रद्द हुआ बल्कि कांग्रेस के डमी कैंडिडेट के साथ कुछ और भी नामांकन रद्द हुए और बचे हुए आठ दस उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा उम्मीदवार को निर्विरोध घोषित कर दिया गया, अभी सूरत जैसा ही मामला मध्य प्रदेश के इंदौर में भी सामने आया है, यहाँ पर नामांकन वापसी के आखरी दिन कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने आज अपना नामांकन वापस ले लिया और अब वो भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं. अक्षय कांति ने न सिर्फ नाम वापस लिया है बल्कि शाम तक वो भाजपा में भी शामिल होने जा रहे है.
अक्षय कांति के उम्मीदवारी वापस लेने की खबर और किसी ने नहीं बल्कि मध्य प्रदेश से भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने दी, उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक तस्वीर पोस्ट कर ये जानकारी दी कि कांग्रेस के साथ खेला हो गया, आज नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन है, अभी ये साफ़ नहीं हुआ है कि इंदौर में पूरा सूरत कांड दोहराया गया है या फिर सिर्फ मुख्य विपक्षी पर ही हमला किया गया है.
वहीँ इस अंतिम समय के खेले के बारे में कुछ ऐसी जानकारिया भी सामने आने लगी है जो बताती हैं कि कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति ने क्यों अंतिम समय पर कांग्रेस पार्टी को धोखा दिया। बताया जा रहा है कि अक्षय का नाम एक ज़मीन विवाद में आया है , पुलिस ने इस मामले में गवाहों के बयान दर्ज करवाए हैं और इस बात की पूरी तैयारी थी कि अक्षय कांति के खिलाफ धारा 307 का मुकदमा दर्ज हो जाय, इसके अलावा अक्षय कांति का एक कालेज भी है जिसकी मान्यता की जांच चल रही है, कहा जा रहा है कि अक्षय ने कालेज की मान्यता लेने में झोल किया था, अब शिक्षा विभाग ने इस कालेज की मान्यता की जांच के आदेश दे दिए हैं, जांच के बाद कालेज की मान्यता भी रद्द होने का खतरा मंडराने लगा. ऐसे में भाजपा ने अक्षय कांति के सामने कोई रास्ता नहीं छोड़ा कि वो कांग्रेस को अंत समय में धोखा देकर भाजपा में शामिल हो जांय और मुकदमों और मान्यता जाने बचें.