देश या प्रदेश में जब चुनावी माहौल होता है तो मुख्यमंत्री आदित्यनाथ एक अलग ही रंग में नज़र आते हैं. शहरों, स्थानों, संस्थानों का नाम बदलना उनका पसंदीदा काम रहा है, अब तक अपने कार्यकाल में उन्होंने कई शहरों , कई रेलवे स्टेशनों , सड़कों, पार्कों, इमारतों, चौराहों और इमारतों के नाम बदले हैं , उनका मानना भारत के चेहरे से गुलामी के अवशेषों को हटाया जाना चाहिए, अब इसी कड़ी में प्रदेश का एक जिला अकबरपुर शामिल हुआ जिसका नया नामकरण होने के संकेत मिले हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अखबरपुर का नाम लेने से ही मुंह का स्वाद खराब हो जाता है, उन्होंने संकेत दिए कि चुनाव बाद भाजपा की सरकार बनने के बाद अकबरपुर का नाम बदलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जायेगा, उन्होंने कहा कि ये निश्चित है कि ये सभी चीज़े बदली जाएगी, गुलामी और उपनिवेशवाद के सभी निशानियों को ख़त्म करके अपनी विरासत का सम्मान करना चाहिए। ख़बरों के मुताबिक गाजियाबाद, फ़िरोज़ाबाद, फर्रुखाबाद, अलीगढ़, आज़मगढ़, शाहजहांपुर और मुरादाबाद भी अकबरपुर की लिस्ट में शामिल हैं।
इससे पहले कल सीतापुर में चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ‘छोटी काशी’ के रूप में विख्यात लखीमपुर खीरी का मत वही है, जो पूरे देश का रुझान है- ‘अबकी बार 400 पार, तीसरी बार मोदी सरकार!’ चुनावी सभा में उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव ने सबसे पहले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का काम किया था. हर बड़ा अपराधी, हर माफिया सपा का शागिर्द था. उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया की बड़ी ताकत बनाने के लिए मोदी जी का तीसरा कार्यकाल आवश्यक है.