78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के लोगों से 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पंच प्राणों को अपनाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले सात वर्षों में राज्य ने प्रगति, सुरक्षा और समृद्धि की यात्रा शुरू की है। निरंतर प्रगति सुनिश्चित करने के लिए हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए पंच प्राणों का पालन करना चाहिए।”
सीएम योगी ने इस अवसर पर राज्य के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि स्वतंत्रता रातोंरात नहीं मिली। वर्षों की गुलामी से मुक्ति कई पीढ़ियों के संघर्ष का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा, इस यात्रा में हमें देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और सभी ज्ञात-अज्ञात वीर शहीदों से प्रेरणा लेनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि 77 साल पहले देश को आजादी मिली थी। आज का यह अवसर हमें उन महान सपूतों को याद करने और उनके संकल्पों के साथ खुद को जोड़ने का अवसर प्रदान करता है। देश अब आजादी के अमृत काल के तीसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। सीएम ने आगे कहा, उनके आह्वान पर 25 करोड़ की आबादी वाला यह प्रदेश विकास, सुरक्षा और समृद्धि की यात्रा पर आगे बढ़ा है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। महज साढ़े सात साल में हम देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं और आज राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में उत्तर प्रदेश का योगदान 9.2 प्रतिशत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षों में उत्तर प्रदेश ने देश को सुरक्षा और सुशासन का एक मॉडल प्रदान किया है। सीएम योगी ने कहा कि पंच प्रण का पालन करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इन पंच प्रण में अंतिम व्रत नागरिक कर्तव्यों से संबंधित है, जिसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करते हैं, तो कोई कारण नहीं है कि देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र न बन सके।