छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में कल रात सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये का इनामी माओवादी समेत 20 नक्सली मारे गए। छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर जंगल में हुई मुठभेड़ में जयराम रेड्डी नामक माओवादी नेता मारा गया। यह अभियान छत्तीसगढ़ के कुलारीघाट रिजर्व वन में माओवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर शुरू किया गया था। यह ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से महज पांच किलोमीटर दूर है। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और आईईडी बरामद किए गए हैं। इलाके में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
इस मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), कोबरा और ओडिशा के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के सुरक्षाकर्मियों की संयुक्त टीम शामिल थी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी सुरक्षा बलों की प्रशंसा की और कहा कि छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक माओवादियों से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल “लगातार सफलता प्राप्त कर रहे हैं” और लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में “तेजी से आगे बढ़ रहे हैं”। बता दें कि इस साल छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक करीब 40 माओवादी मारे जा चुके हैं।
2024 में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों द्वारा 200 से अधिक माओवादियों को मार गिराया गया। पिछले साल मारे गए 219 माओवादियों में से 217 बस्तर क्षेत्र से थे, जिसमें बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव और सुकमा जिले शामिल हैं। 800 से अधिक माओवादियों को गिरफ्तार भी किया गया, जबकि लगभग 802 ने अपने हथियार डाल दिए। 2024 में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई में लगभग 18 सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान गंवाई, जबकि माओवादी हिंसा में मारे गए नागरिकों की संख्या 65 थी।