Stock Market: चालू वित्त वर्ष के पहली छमाही में निफ्टी 14 प्रतिशत, मिड कैप 35 प्रतिशत और स्मॉल कैप 42 प्रतिशत तक चढ़ा है
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही शेयर बाजार में तेजी देखी गई है। खास तौर पर स्मॉल कैप और मिड कैप ने प्रदर्शन शानदार किया है। कच्चे तेल के चढ़ते दाम और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में इजाफे से दूसरी छमाही बाजार के प्रदर्शन पर इसका असर पड़ सकता है।
वित्त वर्ष 2024 की शुरुआत में निवेशकों का हौसला बुलंद नहीं था। दुनिया भर के केंद्रीय बैंक लगातार ब्याज दरें बढ़ी हैं। मुद्रास्फीति ऊंची और पश्चिमी देशों में बैंकिंग संकट था। इन कारणों से बाजार ठंडा था। वित्त वर्ष शुरू होने से कुछ दिन पहले 24 मार्च को सेंसेक्स पांच महीने के निचले स्तर 57,527 अंकों पर और निफ्टी 16,945 अंकों पर चला गया था।
बाजार ने 6 महीने के अपने प्रदर्शन से सबको चकित कर दिया
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अपनी रकम निकाल रहे थे। जिससे बाजार की आगे की राह धुंधली दिख रही थी। लेकिन बाजार ने 6 महीने के अपने प्रदर्शन से सबको चकित कर दिया। अप्रैल से सितंबर तक निफ्टी 13 प्रतिशत चढ़ा है। और निफ्टी मिडकैप में 35 प्रतिशत तथा निफ्टी स्मॉलकैप में 42 प्रतिशत तेजी आई है। कुल मिलाकर चालू वित्त के पहले छह महीनों में बाजार का प्रदर्शन वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही (तब कोविड के निचले स्तर से बाजार ने जोरदार वापसी की थी) के बाद अच्छा रहा है।
माना जा रहा है, अमेरिकी फेडरल रिजर्व दरें आक्रामक तरीके से नहीं बढ़ाएगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था को मंदी का झटका लगने का खटका नहीं है। पहली छमाही में निवेशकों में जोखिम लेने का हौसला बढ़ा है। विदेशी निवेशकों का प्रवाह बढ़ने से बाजार को बल मिला है। कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष के पहली छमाही में एक महीने को छोड़कर बाकी महीनों में घरेलू बाजार बढ़त में रहा है। कंपनियों के उत्साहजनक आंकड़ों ने पश्चिमी देशों में बैंकिंग संकट चिंता दूर कर दी। सकारात्मक वृहद आर्थिक आंकड़ों से घरेलू फर्मों का मुनाफा काफी तेज बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए विदेशी निवेशकों ने शेयरों पर खूब दांव लगाए।