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1947 में 1000 रुपए का सोना खरीदा होता तो आज कितने अमीर होते?

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घर में सोना रखा हो तो व्यक्ति चैन की नींद कैसे सो सकता है। आपने कई बार बड़ों को यह कहते सुना होगा। मुश्किल वक्त में सोना काम आता है। अगर आपके पास यह है तो आप कभी आर्थिक संकट में नहीं पड़ेंगे। यही कारण था कि बूढ़े लोग अपने घरों में काफी मात्रा में सोना रखते थे। पिछले कुछ समय में सोने ने शानदार रिटर्न दिया है। बीते वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक सोने ने 15 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। जानकारों की मानें तो इस वित्त वर्ष में भी सोना 15 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजादी के बाद से अब तक सोना कितना दे चुका है?

10 ग्राम सोना 44 रुपए

आजादी के समय भारत में सोना इतना महंगा नहीं था। साल 1942 में जब देश में द्वितीय विश्व युद्ध और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ अपने चरम पर था, उस समय सोने की कीमत 44 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इंडियन पोस्ट गोल्ड कॉइन सर्विसेज के मुताबिक, आजादी के समय 1947 में सोने की कीमत बढ़कर 88.62 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी। आजादी के बाद सोने की कीमत में सबसे बड़ी गिरावट साल 1964 में आई थी। उस वक्त सोने की कीमत 63.25 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई थी।

1970 में 10 ग्राम सोना 184 रुपए में मिलता था-

इसके बाद सोने के दाम तेजी से बढ़े। साल 1970 में सोना 184 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। इसके बाद साल 1975 में यह 540 रुपये प्रति 10 ग्राम और 1980 में 1,333 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। साल 1985 में सोने की कीमत 2,130 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। साल 1990 में यह बढ़कर 3200 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। आज के भाव से देखा जाए तो यह रेट कुछ भी नहीं है। साल 2000 में सोने की कीमत बढ़कर 4,400 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई।

2005 और 2010 के बीच जबरदस्त वृद्धि

2005 से 2010 के बीच सोने की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई थी। 2005 में सोने की कीमत 7000 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। 2010 में यह बढ़कर 18,500 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। साल 2020 तक यह कीमत 48,651 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। अब आज सोना 59,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा है। दो महीने पहले सोने के दाम 62,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार चले गए थे।

सोने के दाम कब बढ़ते हैं?

अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी है, शेयर बाजार गिर रहे हैं, दुनिया में कोई भू-राजनीतिक तनाव है या बाजार में अनिश्चितता का माहौल है, तो सोने में तेजी आती है। सोने को सेफ हैवन एसेट माना जाता है। जब भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता या अनिश्चितता होती है और शेयर बाजार गिरने लगते हैं, तो निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं। इसके अलावा जब केंद्रीय बैंक सोना खरीदते हैं तब भी सोने की कीमत बढ़ जाती है।

सोने के दाम 670 गुना बढ़े

ये तो आप सभी को पता होगा की आजादी के बाद से अब तक सोने के दाम लगभग 680 गुना से ज्यादा बढ़ चुके हैं। इससे ही आप आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर आपने उस वक्त सोना खरीदा होता तो आज उसकी कीमत कितनी होती। आजादी के वक्त सोने का रेट 88.62 रुपये प्रति 10 था। वहीं, गुरुवार को एमसीएक्स एक्सचेंज पर सोने का भाव 59,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार करता देखा गया। इस तरह सोने ने आजादी के बाद से अब तक 66,800 फीसदी रिटर्न दिया है।

1 लाख 6.5 करोड़ हो जाता है

अगर आपने आजादी के समय 10,000 रुपये का भी सोना लिया होता, तो आज आपका निवेश 66,80,000 रुपये होता। वहीं अगर किसी शख्स ने 1947 में 1 लाख रुपए का सोना खरीद कर रखा होता तो आज आप 6 करोड़ 68 लाख रुपए के मालिक होते ।