Onion Price: त्योहारी सीजन में प्याज के बढ़ लगातार बढ़ रहे हैं। प्याज की कीमत कंट्रोल करने के लिए सरकार ने जरूरी कदम उठाए हैं।
कमजोर मानसून के कारण जून-सितंबर मा में प्याज के दो बड़े सप्लायर्स राज्य महाराष्ट्र और कर्नाटक में फसल को नुकसान पहुंचा है। जिससे फसल कटाई में देरी हुई और प्याज के दाम तेजी से बढ़ गए हैं।
कमजोर मानसून के चलते सप्लाई में कमी
त्योहारों के सीजन में प्याज के दाम बढ़ने से बाजार में हलचल है। कमजोर मानसून के चलते सप्लाई में कमी रही। जिससे प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। कई राज्यों में बीते 15 दिनों में प्याज के दाम दोगुने से अधिक हो गए हैं। सरकार ने प्याज की कीमतों को और बढ़ने से रोकने के लिए अपने भंडार से स्टॉक जारी करना शुरू किया है। रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि सरकार इस समय महंगाई को रोकने के लिए बफर स्टॉक से लगभग 16 शहरों में प्याज बेचना जारी रखेगी।
प्याज की कीमत 80 रुपए के पार
दिल्ली के रिटेल बाजार में एवरेज क्वालिटी प्याज 80 रुपए प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है। पहले से तुलना करें तो बीते हफ्ते ये दाम 60 रुपए किलोग्राम और उसके एक हफ्ते पहले यानी आज से दो सप्ताह पहले 30 रुपए प्रति किलोग्राम पर था।
मानसून से सप्लाई पर पड़ा असर
कमजोर मानसून के कारण जून-सितंबर महीने में प्याज के दो बड़े सप्लायर्स राज्य महाराष्ट्र और कर्नाटक में फसल को नुकसान पहुंचाया। जिससे फसल की कटाई में देरी हुई। अब इसके चलते कीमतें बढ़ गई हैं। इस मामले में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एक्सपोर्ट पर अंकुश लगाने के उपायों के बाद, सबसे बड़े उत्पादक महाराष्ट्र में सब्जियों की थोक कीमतों में गिरावट आई।’
सरकार ने एक्सपोर्ट फ्लोर प्राइस लगाया
इससे पहले प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच सरकार ने घरेलू उपलब्धता बनाए रखने के लिए प्याज एक्सपोर्ट पर 31 दिसंबर तक 800 डॉलर प्रति मीट्रिक टन का मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) लगाने का फैसला किया था।
सरकार ने 29 अक्टूबर, 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक प्याज एक्सपोर्ट पर 800 डॉलर प्रति मीट्रिक टन, FOB बेसिस पर मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (MEP) नोटिफाई किया है।