Diwali Utensil Sale: इस बार दीवाली के मौके पर बर्तन बाजार में तेजी की उम्मीद जताई जा रही है। भारी बर्तन की बिक्री दीवाली के बाद शुरु होगी। लेकिन छोटे बर्तनों की खरीदारी दशहरे के बाद रफ्तार पकड़ेगी। देश में बर्तन बाजार की राजधानी कहा जाने वाला मुंबई का मुंबादेवी बर्तन बाजार में रौनक कुछ और है। हर कोई अपनी दुकानों को सजाने-संवारने में जुटा है।
सीजन शुरू होने से पहले बर्तनों का स्टॉक जमा
दिल्ली में डिप्टीगंज के थोक बर्तन बाजार में गहमागहमी बढ़ी हुई है। थोक कारोबारियों के पास ऑर्डर आने लगे हैं। बर्तन कारोबारी धनतेरस, दीवाली और शादी विवाह का सीजन शुरू होने से पहले तांबा, स्टील, सिल्वर और पीतल के बर्तनों का स्टॉक जमा कर रहे हैं। मुंबादेवी थोक बाजार के कारोबारियों को उम्मीद है कि महंगाई के बावजूद इस बार पिछले साल से अधिक बिक्री होगी। इसलिए बर्तन की दुकानों को सजाया और चमकाया जा रहा है। आगे नई वैरायटी के छोटे बर्तन सजे हैं तो पुरानी वैरायटी के बर्तन पीछे की तरफ लगे हैं। ग्राहक इस समय हल्के बर्तन खरीदना ही पसंद करते हैं, इसलिए छोटे बर्तन सबसे आगे सजाए जा रहे हैं।
आज 25 अक्टूबर से बर्तन की खरीदारी रफ्तार पकड़ेगी
बर्तन कारोबारियों के संगठन स्टेनलेस स्टील मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव शाह का कहना हैं कि बर्तन की खरीदारी का सीजन दशहरे के बाद शुरू हो गया है। इस साल आज 25 अक्टूबर से बर्तन की खरीदारी रफ्तार पकड़ेगी। कोरोना महामारी के दौरान त्योहार फीके रहे लेकिन पिछले साल से त्योहारों पर बर्तन बाजार में रौनक लौटने लगी है।
उन्होंने कहा कि इस साल सभी बर्तन बाजारों में रौनक है, इसलिए पिछले साल से ज्यादा बिक्री की उम्मीद है। कंपनियों से मांग अच्छी आने की उम्मीद है। पहले की तरह इस बार कंपनियां अपने कर्मचारियों को बर्तन उपहार में देंगीं। जिससे बिक्री 20 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है। बर्तन खरीदने के लिए इस बार ग्राहकों को पिछले साल से अधिक जेब ढीली करनी होगी। बर्तन कारोबारियों के संगठनों की माने तो पिछले तीन महीने में स्टेनलेस स्टील की कीमत 10-15 रुपए प्रति किलोग्राम बढ़ने से बर्तनों के दाम 15 प्रतिशत तक अधिक हैं।
बर्तन कारोबार 1,200 से 1,500 करोड़ रुपए रहने का अनुमान
मुंबई और आसपास के इलाकों में बर्तनों की करीब 1,000 से अधिक दुकानें हैं। मुंबई से सटे भायंदर में बर्तन के कारखाने हैं। बर्तन कारखाने के मालिक वासुदेव कहते हैं कि अब लोग पीतल के बर्तन खरीदते हैं। कुछ लोग पूजा थाली के साथ पूजा के लिए पीतल के बर्तन खरीदते हैं।
कुछ लोग स्टील के बर्तनों की मांग करते हैं। स्टील के फैंसी आइटम के ऑर्डर अधिक आएं हैं। वासुदेन के अनुसार शहरी इलाकों में हल्के बर्तनों की मांग है। लेकिन ग्रामीण इलाकों से अब शादी विवाह के लिए बड़े और वजनदार बर्तनों की मांग आ रही है।
दिल्ली में डिप्टी गंज बर्तन बाजार में करीब 300 बर्तन कारोबारी हैं। जो दिल्ली ही नहीं दूसरे राज्यों को बर्तन सप्लाई कराते हैं। दिल्ली बर्तन कारोबारियों के अनुसार इस साल बर्तन कारोबार बढ़कर 1,200 से 1,500 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। बर्तन व्यापार महासंघ, दिल्ली प्रदेश के महामंत्री मनमोहन धींगड़ा ने बताया कि कोरोना से उबरे बर्तन बाजार में पिछले साल बिक्री खूब रही। इस साल त्योहारी सीजन में बर्तनों की बिक्री 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है।
बड़े कारोबारियों से बर्तन के ऑर्डर आ रहे
इस साल कंपनियां कर्मचारियों को गिफ्ट देने के लिए बर्तनों की अधिक खरीद करती हैं। अभी ऑर्डर मिले नहीं हैं। बड़े कारोबारियों से बर्तन के ऑर्डर आ रहे हैं। जो पिछले साल से अधिक हैं। धनतेरस के लिए 5 बर्तनों के सेट की मांग अधिक है। कलर कोटेड बर्तनों की खूब मांग है।
कच्चा माल और बर्तन बनाने की लागत बढ़ने से इस बार दाम 10 प्रतिशत तक बढे हैं। लेकिन दाम बढ़ने का मांग पर असर होता नहीं दिख रहा है।
बर्तन कारोबारी सतीश जैन कहते हैं कि इस साल भी बर्तनों की मांग ठीक रहने की संभावना है। लेकिन बिक्री का सही अंदाजा दीवाली से 10 दिन पहले पता लगेगा। कारोबारियों के मुताबिक इस समय धनतेरस की खरीद के साथ ही शादियों के लिए भी बर्तनों के ऑर्डर मिलने शुरू हो गए हैं।