आईसीआईसीआई वीडियोकॉन लोन घोटाला केस में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर की गिरफ़्तारी के बाद वीडियोकॉन के CEO Venugopal Dhoot को मुंबई से गिरफ्तार किया है. चंदा और दीपक कोचर को CBI ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था, बाद में उन्हें मुंबई की विशेष अवकाशकालीन अदालत ने सीबीआई की हिरासत में भेज दिया.
बैंक से धोखधड़ी का आरोप
वेणुगोपाल धूत अपर आरोप है कि उन्होंने 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज मिलने के बाद नूपावर में कथित तौर पर करोड़ों रुपये का निवेश किया. सीबीआई ने 2019 में दर्ज प्राथमिकी के बाद बयान में यह आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने आईसीआईसीआई बैंक को धोखा दिया और आपराधिक साजिश में निजी कंपनियों को कुछ ऋण मंजूर किए थे.
नियमों के विरुद्ध बांटा वीडियोकॉन ग्रुप को क़र्ज़
आरोपों के मुताबिक आईसीआईसीआई बैंक की तत्कालीन सीईओ चंदा कोचर ने वीडियोकॉन ग्रुप ऑफ कंपनीज को नियमों के विरुद्ध पहले कर्ज बांटा और बाद में उसे एनपीए में डाल दिया. सीबीआई ने आरोप लगाया कि जब चंदा कोचर ने वीडियोकॉन ग्रुप की कंपनियों का हज़ारों करोड़ रुपये का लोन पास किया तो उनके पति दीपक कोचर की कंपनी को वीडियोकॉन से बदले में निवेश भी मिला था.