नई दिल्ली। एनसीआर में घरों की मांग में कहीं बहुत अधिक कमी आई है तो कहीं पर काफी उछाल आया है। दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घरों की मांग तेजी से घट रही है।
दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख आवास बाजार गुरुग्राम में जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान घरों की बिक्री 10 प्रतिशत बढ़ी है। लेकिन, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में घरों की मांग 23 प्रतिशत घटी है। संपत्ति सलाहकार एनारॉक ने यह जानकारी दी।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में नई परियोजनाओं की मांग कम
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, लग्जरी घरों की मजबूत मांग से गुरुग्राम में बिक्री बढ़ी है। उन्होंने कहा कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में नई परियोजनाओं की पेशकश मे कमी, ऋण दरों में बढ़ोतरी के बीच कमजोर मांग और संपत्ति के दाम बढ़ने से घरों की बिक्री में गिरावट आई है।
आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम में घरों की बिक्री जनवरी-मार्च के दौरान 10 प्रतिशत बढ़कर 9,750 इकाई रही। एक साल पहले इसी अवधि में 8,850 संपत्तियां बिकी थीं।
गाजियाबाद और दिल्ली एनसीआर में गिरी 30 प्रतिशत मांग
हालांकि, इस दौरान नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 4,250 इकाइयों की बिक्री हुई। यह बिक्री आंकड़ा जनवरी-मार्च, 2022 के 5,495 इकाइयों से 23 प्रतिशत कम है। वहीं दिल्ली और गाजियाबाद जैसे दिल्ली-एनसीआर के अन्य बाजारों में आलोच्य अवधि के दौरान घरों की बिक्री 4,490 इकाइयों से 30 प्रतिशत गिरकर 3,160 इकाई रह गई। कुल मिलाकर दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री बीती तिमाही में घटकर 17,160 इकाई रह गई। एक साल पहले इसी तिमाही में यह आंकड़ा 18,835 इकाई का रहा था।
एनारॉक के शोध प्रमुख प्रशांत ठाकुर ने बताया, ‘‘इस गिरावट का कारण किफायती खंड के घर खरीदारों की सीमित कमाई है, जो अभी तक कोविड-पूर्व स्तर तक नहीं पहुंच पाई है।’’ उन्होंने कहा कि इस कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली तिमाही में गुरुग्राम में महंगे और लग्जरी घरों की मांग मजबूत रही है।