Large cap stocks: लार्जकैप वर्तमान समय में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले कमजोर मूल्यांकन पर कारोबार करते रहे हैं। इससे वे निवेशकों के बीच आकर्षक बन गए हैं। ब्रोकरों के सुझावों और शेयर भाव में उतार-चढ़ाव के आधार पर निफ्टी-50 या निफ्टी नेक्स्ट 50 से 10 शेयरों का चयन किया है। एनएसई निफ्टी-50 सूचकांक पिछले 12 महीने में 17.5 प्रतिशत तक चढ़ा। जबकि निफ्टी मिडकैप 150 सूचकांक में समान अवधि में 30 फीसद और निफ्टी स्मॉलकैप 250 सूचकांक में इस अवधि के दौरान करीब 33 फीसद की तेजी आई है।
इस कारण से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर के मुकाबले निफ्टी-50 और निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांक में शामिल प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर ही रहा है। इस खराब प्रदर्शन के कारण मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले कम मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे लार्जकैप शेयर में सुस्ती देखने को मिली।
Nifty-50 सूचकांक का मूल्य 22.74 गुना के पिछले PE multiple पर है। जो nifty midcap 150 सूचकांक के 26.14 गुना PE के मुकाबले करीब 13 % कम है। NSE के आंकड़े से पता चला कि इसी तरह, बेंचमार्क सूचकांक Nifty Smallcap 250 index की तुलना में 9 गुना के डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है।
10 लार्जकैप शेयरों पर प्रकाश डाला जा रहा है। जो मौजूदा तेजी में दिग्गज बनते हैं। इन शेयरों का चयन ब्रोकरों द्वारा उन 100 शेयर के 12 महीने के कीमत लक्ष्य के आधर पर किया गया है। Nifty-50 या nifty next 50 सूचकांक में शामिल हैं। चुने stock brokers से सबसे अधिक ‘खरीद’ रेटिंग पाने और अगले 12 महीनों के दौरान share Prices में तेजी दर्ज करने में सक्षम हैं।
इंटरग्लोब एविएशन
दो साल तक नुकसान झेलने के बाद, इंडिगो यात्रियों की संख्या में तेजी आने से वित्तवर्ष 2023 में 2,650 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया। मजबूत तिमाही और अपेक्षाकृत कमजोर समझी जाने वाली सितंबर तिमाही के बाद तीसरी तिमाही में हालात में मजबूत सुधार आने का अनुमान है। विमानन ईंधन की कीमतें चढ़ी हैं। आईआईएफएल रिसर्च का मानना है कि मजबूत मांग और कम प्रतिस्पर्धी तीव्रता की वजह से ईंधन कीमतों में वृद्धि की भरपाई हो सकती है। कम पैठ वाले घरेलू बाजार और 1,000 विमान ऑर्डरों के साथ बाजार दिग्गज भारतीय विमानन क्षेत्र वृद्धि का लाभ उठाने को तैयार है।
भारतीय जीवन बीमा निगम
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर भाव मई 2022 में सूचीबद्ध हुआ। जिसके बाद से बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। पिछले 6 महीने में शेयर में सुधार दर्ज किया गया है विश्लेषकों को आकर्षक मूल्यांकन और प्रीमियम आय में मजबूत वृद्धि की मदद से तेजी रहने की संभावना है।
शेयर को कोविड-19 महामारी की वजह से डेथ क्लेम्स में वृद्धि की वजह से दो साल के कमजोर प्रदर्शन के बाद जीवन बीमा कंपनियों के लिए बदलते हालात से मदद मिलने की संभावना है। विश्लेषकों को प्रीमियम आय में वृद्धि और नए व्यवसाय की वैल्यू (वीएनबी) में सुधार के साथ एलआईसी उद्यम वैल्यू बढ़ने का भी अनुमान है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर
हिंदुस्तान यूनिलीवर का आय अनुमान पहली तिमाही के नतीजे के बाद घटाया है। आईआईएफएल रिसर्च जैसे ब्रोकरों ने जिंस कीमतों में गिरावट को ध्यान में रखकर मध्यावधि में मार्जिन सुधरने का अनुमान है। सुस्त पहली तिमाही के बाद, सूचीबद्ध एफएमसीजी निर्माता ने तिमाही के दौरान बाजार भागीदारी में सुधार दर्ज किया। उसे बेहतर परिचालन दक्षता से मदद मिली। ऐक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि ग्रामीण सुस्ती दूर हुई है। अब चुनाव से पहले सरकारी खर्च बढ़ने, शहरी आय में तेजी, आरबीआई द्वारा मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के प्रयासों से सुधार आने की संभावना है।
पीआई इंडस्ट्रीज
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 24 फीसद की राजस्व वृद्धि के साथ पीआई इंडस्ट्रीज रसायन क्षेत्र में अग्रणी रही। अनुकूल मिश्रण एवं दक्षता की मदद से परिचालन मुनाफा मार्जिन 210 आधार अंक बढ़ा। कंपनी ने मार्जिन में सुधार के साथ अगले कुछ साल के दौरान 18-20 फीसद राजस्व वृद्धि का अनुमान जताया है। वृद्धि को फार्मा और कस्टम डेवलपमेंट तथा निर्माण परिचालन सेगमेंटों में अधिग्रहण से मद मिलने की संभावना है।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन(बीपीसीएल)वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में आय वृद्धि की वजह से तेल,गैस क्षेत्र में ब्रोकरों का पसंदीदा शेयर है। विश्लेषकों को विपणन मार्जिन में सुधार और रिफाइनिंग व्यवसाय में मुनाफा बढ़ने से अगले 12 महीने के दौरान बीपीसीएल शेयर में 20 फीसद से अधिक तेजी आने का अनुमान है।
यूपीएल
दो तिमाहियों से भारत की बड़ी कृषि रसायन कंपनी ने बिक्री पर दबाव के साथ कीमत गिरावट की वजह से सुस्त आंकड़े दर्ज किए हैं। जहां जुलाई-सितंबर की तिमाही कमजोर रही है। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीद है। उत्तर और लैटिन अमेरिकी बाजारों से मांग में सुधार और स्थिर कीमतों की मदद से कारोबार में सुधार की उम्मीद है।
ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग को वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में मार्जिन में सालाना वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी को ऊंची लागत वाली इन्वेंटी की बिक्री, कच्चे माल की कीमतों में नरमी, बिक्री वृद्धि से जुड़े लाभ तथा न्यून आधार से मदद मिल सकती है।
एचडीएफसी बैंक
एचडीएफसी बैंक को महीनों में दबाव का सामना करना पड़ा है। इसके शेयर भाव में पिछले 12 महनों के दौरान प्रमुख सूचकांकों के मुकाबले कमजोरी आई है। पिछले एक साल में इस शेयर में करीब 10 फीसद की तेजी आई है। जबकि निफ्टी-50 में 17.5 प्रतिशत की बढ़त देखने
को मिली। शेयर में कमजोरी मुख्य तौर पर ऋणदाता द्वारा आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, जैसे प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले पिछली दो तिमाहियों में राजस्व और आय में सुस्त वृद्धि की वजह से आई है।
भारतीय स्टेट बैंक
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) लार्जकैप और बैंकिंग उद्योग में ब्रोकरों का पसंदीदा शेयरों में से एक है। भारत के इस बड़े ऋणदाता ने पिछली चार तिमाहियों में शुद्ध लाभ, शुद्ध ब्याज आय और मार्जिन में तेजी दर्ज की। देश में सबसे ज्यादा लाभकारी बैंक बन गया। विश्लेषकों को बैंक का परिचालन प्रदर्शन मजबूत रहने का अनुमान है। इससे शेयर भाव में तेजी को बढ़ावा मिल सकता है।
संवर्द्धन मदरसन इंटरनैशनल
देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध वाहन कलपुर्जा कंपनी ने जून तिमाही में अच्छा प्रदर्शन दर्ज किया। कंपनी का परिचालन लाभ 72 प्रतिशत तक बढ़ गया है। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के मुताबिक कंपनी को आपूर्ति से संबंधित समस्याएं घटने और लागत दबाव दूर होने से लगातार फायदा मिलता है।
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का शेयर हाल के महीनों में कमजोर रहा है, विश्लेषकों ने अब इस सकारात्मक रुख अपनाया है।
12 महीने में इस शेयर में 9.1 प्रतिशत तेजी आई। जबकि निफ्टी-50 और निफ्टी एफएमसीजी सूचकांकों में इस अवधि में 17.5 प्रतिशत मजबूती दर्ज की गई।