अमित बिश्नोई
केंद्र की मोदी सरकार ने आज वित्त वर्ष 2023 का आम बजट पेश किया। बजट को देखकर पहली प्रतिक्रिया में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि यह प्योर चुनावी बजट है. हालाँकि इसका अंदाजा तो पहले से ही था लेकिन टैक्स लिमिट सात लाख करना और महिलांओं के लिए महिला सम्मान सेविंग स्कीम की घोषणा जिसमें साढ़े सात प्रतिशत का ब्याज मोदी सरकार के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकते हैं. हालाँकि अभी इस पर किसी तरह का दावा करना समय से पहले कहने वाली बात होगी। अभी तो बजट का मूल्यांकन होगा, घोषणाओं की पड़ताल होगी। अभी लोग किताब की इंडेक्स देख रहे हैं जो बहुत लुभावने लग रहे हैं, अभी किताब के पन्ने पलते जा रहे हैं.
जैसे शेयर मार्किट में बजट का इंडेक्स देखकर एकदम से उछाल आया और सेंसेक्स एक हज़ार तक पहुँच गया और फिर जब लोगों ने पन्ने पलटने शुरू किये तो वो उसी तेज़ी से नीचे भी आया. अभी तो मार्किट चल रहा है, पन्ने पलते जा रहे हैं. तो जैसे आगे के पन्नों में जो नज़र आएगा उसके हिसाब से शेयर बाजार भी ऊपर नीचे आएगा। तो बात हो रही थी महिलाओं के लिए लाई गयी नयी बचत योजना की जिसमें कोई भी महिला दो लाख तक का निवेश महिला सम्मान सेविंग स्कीम में कर सकती है. इन बचत पत्रों पर उसे 7.50 प्रतिशत का सालाना रिटर्न मिलेगा। बता दें कि यह योजना सिर्फ दो वर्षों के लिए है, यानि 23 और 24 के लिए. अगर सीधे शब्दों में कहें तो चुनाव तक जोकि अगले साल बजट के बाद होने वाले हैं. चूँकि उस बजट में किसी ऐसी योजना का कोई चुनावी फायदा नहीं मिलता इसलिए एक साल पहले ही इस तरह की योजनाएं घोषित होती हैं ताकि उसका ढंग से प्रचार प्रसार किया जा सके.
एक और घोषणा जिसका इंतज़ार लगभग हर बजट में हर किसी को होता है इनकम टैक्स में छूट, विशेषकर आम आदमी जिसे मिडिल क्लास कहते हैं उसे इसका बड़ी बेसब्री से इंतज़ार होता है. इस चुनावी वर्ष में केंद्र की भाजपा सरकार ने उसे भी खुश करने की कोशिश की है और आयकर छूट की लिमिट पांच से बढाकर सात लाख कर दी है , यानि इतना पैसा कमाने वालों को कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा, लेकिन यह छूट टैक्स की नयी रिजीम लेने वालों के लिए है. पुरानी टैक्स व्यवस्था के तहत डिडक्शन क्लेम करने वालों को खुश होने की ज़रुरत नहीं। इसे मिडिल क्लास के लिए एक बड़ी राहत कहा जा रहा है.
टैक्स स्लैब को भी कम किया गया है और घटाकर 6 से पांच किया गया है. अब तीन लाख तक सालाना कमाई पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा, पहले यह छूट ढाई लाख थी. 3 से 6 लाख सालाना कमाई पर 5, 6 से 9 लाख पर 10, 9 से 12 लाख पर 15, 12 से 15 लाख पर 20 और 15 लाख से ज्यादा सालाना कमाई करने वालों पर 30 फीसदी टैक्स वसूला जाएगा और इस छूट का फायदा सरकार द्वारा चुनाव में वसूला जायेगा, फायदे की वसूली कितनी होगी यह तो समय बताएगा। आखिर में महिला वोटरों के लिए लाई गयी महिला सम्मान सेविंग योजना पर सिर्फ एक सवाल और वो यह कि इसे सिर्फ दो साल के लिए क्यों लाया गया, इस योजना को लेकर सवाल तो और भी बहुत हैं लेकिन वो सब बजट के पन्ने पलटने के बाद पूछे जायेंगे। फ़िलहाल तो हमें लगता है, ज़्यादा ब्याज कमाने के लिए महिलाओं के नाम पर इस योजना में पुरुष काफी पैसा लगाने वाले हैं.