महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ज़ख्मों पर नमक छिड़कते हुए कहा कि भगवान् भोलेनाथ ने उद्धव ठाकरे को सुन्दर प्रसाद दिया है, उन्होंने आगे कहा कि जो राम और हनुमान का नहीं, वो किसी काम का नहीं। बता दें कि उद्धव सरकार के दौरान मस्जिदों से लाउडस्पीकर से अज़ान पर प्रतिबन्ध लगाने को लेकर उठे विवाद में नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की थी, बाद में उन्हें और उनके पति को गिरफ्तार भी किया गया था. नवनीत राणा दरअसल ठाकरे गुट से शिवसेना का नाम और निशान छीने जाने से बहुत खुश थीं.
निर्वाचन आयोग ने दिया था झटका
बता दें कि कल निर्वाचन आयोग ने असली शिवसेना कौन पर फैसला सुनाते हुए शिंदे गुट को असली शिवसेना माना था और तीर धनुष निशान भी ठाकरे गुट से छीन लिया गया. यहीं नहीं निर्वाचन आयोग ने ठाकरे गुट की शिवसेना के पार्टी संविधान को भी अलोकतांत्रिक बताया। दरअसल शिवसेना में बगावत के बाद शिंदे गुट के पास शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों का और 18 लोकसभा सदस्यों में 13 का समर्थन हासिल है और इसीलिए भारत के निर्वाचन आयोग ने शिंदे गुट के पक्ष में फैसला सुनाया।
उद्धव को पवार की सलाह
निर्वाचन आयोग का यह फैसला ठाकरे परिवार के लिए बहुत बड़ा झटका बताया जा रहा है. उद्धव ठाकरे इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम जाने की तैयारी कर रहे हैं हालंकि सरकार में उनके सहयोगी रही एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने उन्हें फैसले को स्वीकारने की सलाह दी है और नए चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव में उतरने के लिए तैयार होने को कहा है. पवार ने उद्धव को समझाया कि पार्टी का नाम जाने या चुनाव निशान छिनने से कुछ नहीं होगा, ठाकरे परिवार की पहचान ही एक पार्टी और चुनाव निशान है.