उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं, उन्हें आज नामांकन करना है लेकिन उनके नामांकन से पहले भाजपा उम्मीदवार ने कन्नौज के चुनाव को भारत-पाकिस्तान का मैच बताकर सियासत को गर्म कर दिया है. भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव को पाकिस्तानी विचारधारा वाला बताते हुए कहा कि कन्नौज की सीट पर मुकाबला अब भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच जैसा हो गया है जिसमें भारत को जीत मिलना निश्चित है.
भाजपा उम्मीदवार यहीं पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि अगर यहाँ पर तेज़ प्रताप यादव से मुकाबला होता तो मैच भारत और नेपाल जैसा होता लेकिन अखिलेश यादव के आने के बाद अब ये मुकाबला भारत और पाकिस्तान जैसा हो गया है और दोनों ही मैचों में सफलता भारत को ही मिलनी थी. सुब्रत पाठक ने खुद की तुलना भारत से करते हुए कहा कि यहाँ हम पाकिस्तान का मतलब किसी देश से नहीं कर रहे हैं, पाकिस्तान मतलब आतंकवादी, हत्यारा, लूटेरा है. मतलब सुब्रत पाठक अखिलेश यादव को आतंकवादी, हत्यारा और लुटेरा बता रहे हैं.
सुब्रत पाठक ने कहा कि पाकिस्तान में जिस तरह 75 वर्षों में हिंदुओं की आबादी समाप्त कर दी गई, जो कुछ पाकिस्तान में हो रहा है , वैसी ही प्रवृति इनकी है।
सुब्रत पाठक ने कहा धर्म विशेष समुदाय के माफिया के घर पर जाना आतंकवाद को बढ़ावा देना है. अगर अखिलेश की सरकार आ गई तो ना जाने कितने मुख्तारों को ये पैदा कर देंगे। मुख्तार और अतीक इन्हीं की वजह से पैदा हुए। सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव को देश का सबसे बड़ा संप्रदायिक चेहरा बताते हुए कहा कि इन्होने आतंकवादियों को छोड़ने की सिफारिश की थी.
बता दें कि सुब्रत पाठक ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराकर सपा के गढ़ को ढहा दिया था. समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप सिंह यादव को टिकट दिया था, जिसके बाद कन्नौज में पार्टी के अंदर निराशा का माहौल था. जिसको भांपते हुए अखिलेश यादव ने डैमेज कंट्रोल किया और खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया. अखिलेश के मैदान में आने से कन्नौज में सियासी लड़ाई दिलचस्प हो गई है यही वजह है कि भाजपा उम्मीदवार के इस तरह के सांप्रदायिक बयान सामने आये हैं. सुब्रत पाठक के बयान से लगता है कि वो कन्नौज के चुनाव को पूरी तरह हिन्दू-मुसलमान के रंग में रंगना चाहते हैं.