लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को आज लगातार तीसरी बार राष्ट्रिय अध्यक्ष नियुक्त किया गया, इस दौरान सपा प्रमुख ने विपक्षी पार्टियों विशेषकर भाजपा पर जमकर भड़ास निकाली। अब अखिलेश के दावों और आरोपों पर बसपा प्रमुख मायावती और भाजप प्रदेशाध्यक्ष ने पलटवार किया है. मायावती ने सपा को जहाँ ढोंगी कहा वहीँ भाजपा ने सपा को अराजक पार्टी बताया।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती नें अपने ट्विट में कहा कि समाजवादी पार्टी अम्बेडकरवादी होने का ढोंग करती है, उसका चल चरित्र और चेहरा दलित विरोधी है, इनका दलित व पिछड़ा वर्ग प्रेम मुँह में राम बग़ल में छुरी कहावत जैसा है. उन्होनें आगे लिखा कि समाजवादी पार्टी का तो पूरा इतिहास ही डा. अम्बेडकर व बहुजन विरोधी रहा है. मायावती ने कहा कि सपा शासनकाल में अम्बेडकर अनुयाइयों की घोर उपेक्षा हुई, बीएसपी सरकार द्वारा स्थापित नए जिले, विश्वविद्यालय, भव्य पार्क के नाम भी जातिवादी द्वेष के कारण बदल दिए गए. यही सपा का अम्बेडकर प्रेम?
वहीँ सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी एक अराजक पार्टी है, अभी हाल ही में हुए विधानसभा के मानसून सत्र में सपा ने जमकर अराजकता फैलाई. इसके साथ ही उन्होंने अखिलेश के तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर कहा कि सपा एक परिवारवादी पार्टी है, पहले पिता मुलायम सिंह अध्यक्ष थे अब उनका पुत्र गद्दी पर बैठा हुआ.