केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को ईपीएफओ खाताधारकों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए जमा पर ब्याज दर बढ़ाने को मंजूरी दे दी। इस साल फरवरी में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.25 फीसदी ब्याज दर की घोषणा की थी, जिसे अब वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। ईपीएफओ ने 2023-24 के लिए ब्याज दर पिछले साल की 8.15 फीसदी से बढ़ाकर 8.25 फीसदी कर दी है।
ईपीएफओ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए कहा कि ईपीएफ सदस्यों के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 8.25 फीसदी की ब्याज दर सरकार द्वारा मई 2024 में notify की जा चुकी है। EPFO की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था CBT ने फरवरी में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीएफ पर ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की थी। पीएफ की ब्याज दर 8.15 फीसदी सालाना से बढ़ाकर 8.25 फीसदी करने का फैसला किया गया था। सीबीटी के फैसले के बाद 2023-24 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर को सहमति के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा गया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
पिछले साल 28 मार्च को ईपीएफओ ने 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) खातों के लिए 8.15 फीसदी की ब्याज दर की घोषणा की थी। वहीं, ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 22 के लिए 8.10 फीसदी का ब्याज दिया था।
मार्च 2022 में ईपीएफओ ने करीब 7 करोड़ कर्मचारियों को बड़ा झटका दिया था। कर्मचारियों के लिए 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज घटाकर चार दशक के निचले स्तर 8.1 फीसदी कर दिया गया, जो 2020-21 में 8.5 फीसदी था। ब्याज कटौती के बाद EPF पर ब्याज 1977-78 के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया था। वित्त वर्ष 1977-78 में EPF की ब्याज दर 8 फीसदी थी। 2020-21 के लिए EPF जमा पर 8.5 फीसदी ब्याज दर CBT ने मार्च 2021 में तय की थी।