हरिद्वार- उत्तराखंड में मंदिर और मठों की मौजूदगी इसे देवभूमि के नाम से भी प्रतिष्ठित करता है. सभी मंदिरों का अपनी धार्मिक मान्यताएं और ऐतिहासिक महत्व है. आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताते हैं. यहां आने के बाद आपको आध्यात्मिक एहसास के साथ-साथ आपको देश के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों की याद दिलाता है. धर्म नगरी हरिद्वार में स्थित भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir) में आपको अध्यात्म देशभक्ति और प्रकृति का एक अनूठा संगम देखने को मिलेगा. 8 मंजिला भारत माता मंदिर को मदर इंडिया टेंपल के नाम से भी जाना जाता है.
8 मंजिलों का रोमांच भारत माता मंदिर
अपने आप में एक अलग पहचान रखने वाला भारत माता मंदिर में 8 मंजिलें हैं. इन 8 मंजिलों में आपको अलग-अलग रोमांच और ऐतिहासिक आध्यात्मिक प्रकृति प्रेम की झलक देखने को मिलेगी. पहली मंजिल पर भारत माता की मूर्ति आपको दिखाई देगी साथ में एक बड़ा मैप रखा गया है. जिसके बाद आप सीढ़ियों से दूसरी मंजिल पर पहुंचेंगे. जिस मंजिल को शूर मंजिल के नाम से जाना जाता है. जहां आपको झांसी की रानी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी जैसी महान विभूतियों की मूर्तियां दिखाई देंगी. तीसरी मंजिल पर आपको देश की मातृशक्ति के दर्शन होंगे. जिसमें मीराबाई सावित्री जैसी महान महिलाओं की प्रतिमा रखी गई. चौथी मंजिल भारतीय संतो को समर्पित हैं जहां आपको कबीरदास, गौतम बुध, तुलसी और साईं बाबा जैसे महान पुरुषों की मूर्तियां मिलेंगी. पांचवी मंजिल पर आपको अध्यात्म को समर्पित देवी-देवताओं एवं महान शख्सियतों की पेंटिंग दिखाई देगी. यहां कई अनोखी तस्वीरें भी मौजूद हैं. छठी मंजिल को शक्ति के रूप में जाना जाता है. जहां देवी सरस्वती, दुर्गा, पार्वती आदि देवियों की प्रतिमाएं लगाई गई हैं. सातवीं मंजिल भगवान श्री हरि को समर्पित है. इस मंजिल पर भगवान विष्णु के 10 अवतारों को दिखाया गया है. आठवीं और अंतिम मंजिल पर भगवान शिव का मंदिर है. जहां भगवान शिव हिमालय पर्वत पर बैठे हुए दिखाई दे रहे हैं.
भारत माता मंदिर का इतिहास
बनारस के भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir) में आपको देशभक्ति का एहसास होता होगा लेकिन हरिद्वार का मदर इंडिया टेंपल आपको देशभक्ति, आध्यात्म और प्रकृति का अनूठा मेल देखने को मिलेगा हरिद्वार के सप्त ऋषि क्षेत्र में स्थित यह मंदिर यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हमेशा से ही दर्शनीय स्थल रहा है 180 फीट ऊंचे इस मंदिर का निर्माण निवर्तमान शंकराचार्य सत्यमित्रानंद ने कराया था. इस मंदिर का उद्घाटन उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था. हरिद्वार आने वाले तीर्थयात्री भारत माता मंदिर के दर्शन को हमेशा प्राथमिकता में रखते हैं.