पाकिस्तान को उसकी धरती पर दो टेस्ट मैचों की श्रंखला में मेज़बान टीम का सूपड़ा साफ़ करके बांग्लादेशी टाइगर्स जब भारत की धरती पर पहुंचे तो काफी जोश में थे और उनका ये जोश चेन्नई टेस्ट के पहले दिन पहले घंटे में नज़र भी आया जब मेज़बान भारत के तीन बड़े विकेट 34 रनों पर गिर चुके थे, मगर इसके बाद अश्विन और जडेजा ने ऐसा धोया कि कल के खेल के पहले ढाई घंटे के बाद बांग्लादेश का सारा जोश ठंडा पड़ गया और साफ़ नज़र आने लगा था कि बांग्लादेश की वापसी अब मुश्किल है.
आज सुबह जब खेल शुरू हुआ तो भारत की पारी 376 रनों पर समाप्त हुई और ये स्कोर इतना बड़ा था कि इसे पार कर पाना बांग्लादेश के बस की बात नहीं थी क्योंकि उनके सामने पाकिस्तान के फ़ुस्स हुए कारतूस नहीं बल्कि बुमराह जैसा बॉम्बार्ड करने वाला गेंदबाज़ मौजूद था और साथ में सिराज, आकाशदीप, जडेजा और अश्विन जैसे गेंदबाज थे और जैसा अनुमान था वैसा ही हुआ. इन गेंदबाज़ों के सामने पूरी बांग्लादेश की टीम सिर्फ 149 रनों पर ढेर हो गयी. बुमराह ने नेतृत्व किया और विकटों का चौका मारा जबकि बाकी 6 विकेट सिराज, आकाशदीप और जडेजा ने आपस में बराबर बराबर बाँट लिए. बांग्लादेश के किसी भी बल्लेबाज़ ने ऐसा प्रदर्शन नहीं किया कि जिसका ज़िक्र किया जाय.
भारत को 208 रनों की भारी बढ़त मिली मगर कप्तान रोहित ने बांग्लादेश को फॉलोऑन कराने की जगह अपने बल्लेबाज़ों को बैटिंग प्रैक्टिस कराना बेहतर समझा, हालाँकि पहले तीन बल्लेबाज़ जिसमें खुद रोहित और विराट सस्ते में आउट गए, पिछली पारी में रंग जमाने वाले यशस्वी दूसरी पारी में नाकाम रहे लेकिन ऋषभ पंत ने आते ही अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए। स्टंप्स के समय भारत ने दूसरी पारी में तीन विकेट के नुक्सान पर 81 रन बना लिए थे और बढ़त 308 रनों की हो चुकी है. पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले शुभमण गिल 33 रनों पर नाबाद हैं. कह सकते हैं कि मैच पूरी तरह भारत की जकड में हैं, सवाल बस यही है रोहित बांग्लादेश को कितना बड़ा लक्ष्य देते हैं और कितनी देर में देते हैं, मैच क्या चौथे दिन में जायेगा?